लेटलतीफी की भेंट चढ़ी व्यवस्था-
इस व्यवस्था से स्थानीय घर डाकघर नहीं बल्कि समूचे होशंगाबाद सब डिवीजन के डाकघरों को मुंबई सर्वर से जोड़ा जाना प्रस्तावित है। जिससे शीघ्र कार्य प्रारंभ होने की बात कही जा रही थी, लेकिन अभी तक यह व्यवस्था लेटलतीफी की भेंट चढ़ी हुई है। जानकारी के अनुसार गत वर्ष स्थानीय डाकघर में कोर बैकिंग सिस्टम अपग्रेड होने के बाद डाकघर के खातों को आनलाइन किया गया था, लेकिन अब आफलाइन डाक कार्यो को भी आनलाइन किया जाना है। जिसमें डाक की स्थिति कही भी इंटरनेट पर देखी जा सकेगी। पूर्व में 16 अक्टूबर से इसको लेकर कार्य होना था, लेकिन कार्य में कुछ देरी होने के चलते नबंवर माह मे यह प्रक्रिया किए जाने की बात कही थी, लेकिन अब दिसंबर भी बीतने को है, यह व्यवस्था व प्रक्रिया डाकघर में शुरू नहीं कराई जा सकी है।
कार्य में आएगी तेजी, मिलेगा लाभ –
आनलाइन कार्य शुरू होने से कार्य में तेजी आएगी, वहीं उपभोक्तओं को डाक की सही स्थिति का पता चल सकेगा। स्थानीय डाकघर से बडा क्षैत्र जुडा हुआ है, जिससे डाक कार्य भी अधिक होता है। रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट, पार्सल सहित अन्य कार्यो की संख्या 400 से 500 प्रतिदिन रहती है। ऐसे में आफलाइन कार्य किए जाने में समय अधिक लगता है। जिससे उपभोक्ताओ को परेशान होना पड़ता है, लेकिन डिजिटल होने के बाद कई सुविधाएं उपभोक्ताओं को प्राप्त होगी।
इनका कहना है
डाक व्यवस्था के आधुनिकीकरण के कार्य की शुरूआत प्रारंभिक रूप से वरिष्ठ कार्यालय से हो गई है। स्थानीय डाकघर मं भी यह सुविधा शीघ्र प्रारंभ होगी।
सोनम वर्मा, उप डाकपाल, खिरकिया
इस व्यवस्था से स्थानीय घर डाकघर नहीं बल्कि समूचे होशंगाबाद सब डिवीजन के डाकघरों को मुंबई सर्वर से जोड़ा जाना प्रस्तावित है। जिससे शीघ्र कार्य प्रारंभ होने की बात कही जा रही थी, लेकिन अभी तक यह व्यवस्था लेटलतीफी की भेंट चढ़ी हुई है। जानकारी के अनुसार गत वर्ष स्थानीय डाकघर में कोर बैकिंग सिस्टम अपग्रेड होने के बाद डाकघर के खातों को आनलाइन किया गया था, लेकिन अब आफलाइन डाक कार्यो को भी आनलाइन किया जाना है। जिसमें डाक की स्थिति कही भी इंटरनेट पर देखी जा सकेगी। पूर्व में 16 अक्टूबर से इसको लेकर कार्य होना था, लेकिन कार्य में कुछ देरी होने के चलते नबंवर माह मे यह प्रक्रिया किए जाने की बात कही थी, लेकिन अब दिसंबर भी बीतने को है, यह व्यवस्था व प्रक्रिया डाकघर में शुरू नहीं कराई जा सकी है।
कार्य में आएगी तेजी, मिलेगा लाभ –
आनलाइन कार्य शुरू होने से कार्य में तेजी आएगी, वहीं उपभोक्तओं को डाक की सही स्थिति का पता चल सकेगा। स्थानीय डाकघर से बडा क्षैत्र जुडा हुआ है, जिससे डाक कार्य भी अधिक होता है। रजिस्ट्री, स्पीड पोस्ट, पार्सल सहित अन्य कार्यो की संख्या 400 से 500 प्रतिदिन रहती है। ऐसे में आफलाइन कार्य किए जाने में समय अधिक लगता है। जिससे उपभोक्ताओ को परेशान होना पड़ता है, लेकिन डिजिटल होने के बाद कई सुविधाएं उपभोक्ताओं को प्राप्त होगी।
इनका कहना है
डाक व्यवस्था के आधुनिकीकरण के कार्य की शुरूआत प्रारंभिक रूप से वरिष्ठ कार्यालय से हो गई है। स्थानीय डाकघर मं भी यह सुविधा शीघ्र प्रारंभ होगी।
सोनम वर्मा, उप डाकपाल, खिरकिया