मकर संक्रांति पर अल सुबह से ही स्नान का सिलसिला शुरू हो गया। श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद सूर्य देवता का पूजन किया। सेठानी घाट सहित सभी घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ रही। तापमान में बढ़ोत्तरी की वजह से दोपहर बाद घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा रही। नर्मदा के सभी घाटों पर लगभग देढ़ लाख लोगों स्नान किया।
नगर पालिका द्वारा सेठानी घाट पर अलाव की व्यवस्था की गई है। सुबह आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह अलाव सहारा बने। हालांकि सेठानी घाट के अलावा अन्य घाटों पर व्यवस्था नहीं रही। स्नान करने के पहले और स्नान के बाद श्रद्धालु अलाव को घेरकर खड़े रहे।
स्नान पर्व में शामिल होने आए श्रद्धालुओं की संख्या अधिक होने से रेलवे ने भी नियमित ट्रेनों के अलावा छह नॉन स्टॉपेज ट्रेनों को भी अस्थायी हॉल्ट दिया था। हालांकि दोनों स्टेशनों पर श्रद्धालुओं की काफी भीड़ रही। आलम यह था कि आरपीएफ और जीआरपी स्टाफ ने यात्रियों को सामान्य के साथ ही आरक्षित कोच में भी बैठाया। यात्रियों की संख्या ज्यादा होने की वजह से जीआरपी के 16 और आरपीएफ के 13 जवानों को व्यवस्था संभलाने में लगाया गया था।
ठंड कम होने से श्रद्धालुओं ने स्नान के साथ खूब मस्ती भी की। कुछ श्रद्धालुओं ने इसकी सेल्फी अपने मोबाइल में ली। सेल्फी लेने वालों में अधिकतर युवा श्रद्धालु ही थे। स्नान के बाद पूजन और दान-दक्षिण के दौरान भी यह सेल्फी का दौर जारी रहा।
जानकारी नहीं है
पीके सिंह, सीएमओ