इन गतिविधियों पर मिला है राष्ट्रीय अवॉर्ड : महिला बाल विकास अधिकारी संजय त्रिपाठी ने बताया कि जिले में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान को समुदाय की सहभागिता और शिक्षा, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग के सहयोग से सफल बनाया गया है। इसमें समाज के सभी वर्गों को शामिल किया गया। जिले में 883 डॉटर्स क्लब गठित कर माता-पिता को गौरव पत्र एवं तुलसी पौधे देकर सम्मानित किया गया। सुकन्या समृद्धि योजना में जिले में 50 हजार से अधिक बालिकाओं के डाकघरों में न्यूनतम 250 रुपए जमा कराकर खाते खुलवाए गए। 18 वर्ष के बाद विवाद होने तक खाता परिपक्व रहेगा और 50 फीसदी निकासी की सुविधा रहेगी।
बेटियों को दी स्वरक्षा की ट्रेनिंग : पुलिस विभाग ने बालिकाओं की सुरक्षा के लिए स्कूलों में पुलिस फ्रेंडली टॉक शो किए। इसमें स्कूल-कॉलेज के छात्राओं को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण व पुलिस भर्ती प्रोत्साहन के लिए स्वरक्षा से सम्मान सशक्त बेटी की पहचान कार्यक्रम किए। एफआईआर व कानून व अधिकारों की जानकारी दी। शिक्षा विभाग ने गणतंत्र दिवस पर मेधावी बालिकाओं को 5 हजार रुपए की राशि देकर सम्मानित किया जाएगा।
घरों में लगी बेटियों की नेमप्लेट
सेठानीघाट पर हर पूर्णिमा पर कन्या पूजन कर नारी की चौपालें लगाई गई। अटल बाल पालकों के सहयोग से होर्डिंग्स लगवाए गए। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त खिलाड़ी आध्या तिवारी, हर्षिता तोमर, जयश्री रैकवार को अभियान का ब्रांड एंबेसडर बनाकर व्यापक प्रचार किया गया। घर की पहचान बेटी के नाम से नेमप्लेटें लगवाई गई। मैराथन के आयोजन किए। रक्षा बेटी पर्व मनाया। शासकीय अस्पतालों में स्वागत लक्ष्मी किट बांटे गए। पोषण व बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ रथ से अलख जगाई गई।
बेटियों के होर्डिंग्स भी लगाए जाएंगे
सोमवार को कलेक्टे्रट सभाकक्ष में कलेक्टर आशीष सक्सेना व एसपी अरविंद सक्सेना की मौजूदगी में हुई टास्क फोर्स की बैठक में निर्णय लिए गए। जिसमें पुलिस में चयन या सरकारी सेवाओं में भर्ती होने वाली बेटियों के होर्डिंग्स लगाने, स्कूली छात्राओं को एसपी, सीईओ, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के फोन नंबर देने, महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से नारी चौपालें लगाने, पीसीपीएडीटी की जानकारी देने, डॉटर्स क्लब को आगे बढ़ाने, कन्या पूजन कार्यक्रम करने के निर्णय लिए गए।