scriptलापरवाही: महिला के पेट में चीरा लगाकर तीन बार डाली मशीन, नश नही मिली तो अधूरा ऑपरेशन छोड़कर चली गई डॉक्टर | Doctor who left the women's incomplete operation | Patrika News
होशंगाबाद

लापरवाही: महिला के पेट में चीरा लगाकर तीन बार डाली मशीन, नश नही मिली तो अधूरा ऑपरेशन छोड़कर चली गई डॉक्टर

पति ने गिड़गिड़ाते हुए कहा..मैडम आज ही पूरा कर दो ऑपरेशन तो भड़कते हुए बोली- कोई नियम नहीं है, कल कर देंगे

होशंगाबादDec 27, 2018 / 11:37 am

poonam soni

govt hospital

लापरवाही: महिला के पेट में चीरा लगाकर तीन बार डाली मशीन, नश नही मिली तो अधूरा ऑपरेशन छोड़कर चली गई डॉक्टर

होशंगाबाद. जिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं किस बदहाली में हैं, यह बुधवार को एक बार फिर सामने आया। एक महिला डॉक्टर घोर लापरवाही दिखाते हुए अधूरा ऑपरेशन छोड़कर घर चली गई। आठ घंटे तक महिला मरीज दर्द से कराहते रही और अस्पताल प्रबंधन ने दूसरे डाक्टर के इंतजाम में लगा रहा। रात आठ बजे उसे दोबारा ऑपरेशन थ्रेयटर में ले जाकर दूसरे डाक्टर ने ऑपरेशन पूरा कराया। बाद में सीएस ने मरीज को इस हालत में छोड़कर जाने वाली डाक्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल की यह स्थिति तब है, जब एक दिन पहले ही नवागत कलेक्टर आशीष सक्सेना यहां के हालातों का जायजा लेने के बाद व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश देकर गए हैं।

मीनाक्षी चौक होशंगाबाद की रहने वाली 29 वर्षीय प्रभा की मंडीदीप के प्रवीण दुबे से शादी हुई हैं। उनके दो बेटे और एक बेटी है। प्रभा यहां जिला अस्पताल में लेजर पद्धति से नसबंदी का ऑपरेशन कराने भर्ती हुई थी। उसे आशा कार्यकर्ता प्रीति यदुवंशी बुधवार सुबह अस्पताल लेकर आई थी। अन्य महिलाओं के साथ प्रभा को भी ऑपरेशन से दो घंटे पहले चेकअप के बाद इंजेक्शन लगाकर बैठा दिया था। वह ऑपरेशन के लिए डॉक्टर का इंतजार कर रही थी। करीब पौने एक बजे डॉ. सुनीता कांबले आई। उन्होंने प्रभा का ऑपरेशन शुरू किया। पेट में चीरा लगाकर तीन बार लेजर मशीन डालकर देखी लेकिन उन्हें नस नहीं मिली, तो पेट पर पट्टी चिपकाकर छोड़ दिया। उसे 15 मिनिट बाद ही ऑपरेशन थियेटर से बाहर कर दिया। जब आशा कार्यकर्ता ने देखा तो वह बाहर लेटी थी। पेट पर पट्टी चस्पा थी। डॉक्टर मरीज को बताकर चली गई कि नस नहीं मिल रही, इस कारण ऑपरेशन पूरा नहीं किया, अब कल करेंगे।

आग्रह पर भड़की डॉक्टर, बोली- कल हाथ वाला करा लेना
लेजर का नसबंदी ऑपरेशन (एलटीटी) कराने आई प्रभा का पेट काटने के बाद टेप चिपकाकर छोड़ दिया था। टांके नहीं लगे होने से उसे तेज दर्द हो रहा था। वह महिला वार्ड में दर्द से कराह रही थी। यह देख उसका पति प्रवीण और आशा कार्यकर्ता डॉ. सुनीता कांबले के पास पहुंचे। उनसे आग्रह किया कि मरीज को बहुत तकलीफ है, आज ही ऑपरेशन पूरा कर दीजिए। इस पर वह भड़क गईं। बोली- इतना सीरियस केस नहीं, कल भी ऑपरेशन हो सकता है। कल सीटीटी (हाथ वाला ऑपरेशन) करा लेना। आशा कार्यकर्ता ने कहा- मैडम आज ही कर दीजिए। इस पर आपा खोते हुए बोली- ये कोई नियम नहीं है।

एक दिन पहले ही मिली थी शिकायत
डॉक्टरों के अस्पताल में नहीं होने और उपचार के दौरान स्टाफ द्वारा दुव्र्यवहार करने की एक दिन पहले ही कलेक्टर आशीष सक्सेना को औचक निरीक्षण में शिकायत मिली थी। उन्होंने खुद देखा था कि किस तरह मरीज उपचार के लिए भटक रहे हैं। उनकी कोई सुनवाई करने वाला नहीं है। इस पर वे सीएस डॉ. डेहरिया को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश देकर गए थे। उसके अगले दिन ही यह घटना सामने आई।
दूसरे डॉक्टर से ऑपरेशन कराया
1.ऑपरेशन करना ही नहीं था, तो शुरू क्यों किया। अधूरा ऑपरेशन छोडऩा गंभीर मामला है। डॉ. सुनीता कांबले को नोटिस जारी किया है। दूसरे डॉक्टर से महिला का ऑपरेशन कंपलीट करा दिया हैं।
डॉ. सुधीर डेहरिया, सीएस जिला अस्पताल होशंगाबाद
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