लेजर का नसबंदी ऑपरेशन (एलटीटी) कराने आई प्रभा का पेट काटने के बाद टेप चिपकाकर छोड़ दिया था। टांके नहीं लगे होने से उसे तेज दर्द हो रहा था। वह महिला वार्ड में दर्द से कराह रही थी। यह देख उसका पति प्रवीण और आशा कार्यकर्ता डॉ. सुनीता कांबले के पास पहुंचे। उनसे आग्रह किया कि मरीज को बहुत तकलीफ है, आज ही ऑपरेशन पूरा कर दीजिए। इस पर वह भड़क गईं। बोली- इतना सीरियस केस नहीं, कल भी ऑपरेशन हो सकता है। कल सीटीटी (हाथ वाला ऑपरेशन) करा लेना। आशा कार्यकर्ता ने कहा- मैडम आज ही कर दीजिए। इस पर आपा खोते हुए बोली- ये कोई नियम नहीं है।
डॉक्टरों के अस्पताल में नहीं होने और उपचार के दौरान स्टाफ द्वारा दुव्र्यवहार करने की एक दिन पहले ही कलेक्टर आशीष सक्सेना को औचक निरीक्षण में शिकायत मिली थी। उन्होंने खुद देखा था कि किस तरह मरीज उपचार के लिए भटक रहे हैं। उनकी कोई सुनवाई करने वाला नहीं है। इस पर वे सीएस डॉ. डेहरिया को व्यवस्थाएं दुरुस्त करने के निर्देश देकर गए थे। उसके अगले दिन ही यह घटना सामने आई।
दूसरे डॉक्टर से ऑपरेशन कराया
1.ऑपरेशन करना ही नहीं था, तो शुरू क्यों किया। अधूरा ऑपरेशन छोडऩा गंभीर मामला है। डॉ. सुनीता कांबले को नोटिस जारी किया है। दूसरे डॉक्टर से महिला का ऑपरेशन कंपलीट करा दिया हैं।
डॉ. सुधीर डेहरिया, सीएस जिला अस्पताल होशंगाबाद