एक घंटा यातायात प्रभावित
इस पूरे हादसे के बाद इस ट्रेक पर करीब १ घंटे तक यातायात प्रभावित रहा। आसपास के खेतों में कार्य कर रहे लोगों के मुताबिक मंगलवार शाम मौसम में बदलाव आया तो आसमान पर बिजली चमकी। इसी दौरान बबूल के पेड़ पर बिजली गिरने से उसकी शाखाएं वहां से गुजर रही ट्रेन के इंजन पर आ टिकी। ट्रेन वहीं खड़ी हो गई। इधर, स्टेशन प्रबंधक एचजे पाल ने बताया कि पेड़ की शाखाएं ओएचई पर गिरते ही पॉवर शट डाउन हो गया। इससे इंजिन के ब्रेकिंग सिस्टम ने काम किया और ट्रेन मौके पर ही खड़ी हो गई। पाल ने बताया कि रेलकर्मियों ने पेड़ की टहनियों को काटा। इसके बाद १२५४१ गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस सुपर फास्ट ट्रेन को आगे बढ़ाया गया। इस दौरान डाउन रूट की पुष्पक एक्सप्रेस, भागलपुर एक्सप्रेस और ताप्ती गंगा एक्सप्रेस को पिछले स्टेशनों पर खड़ा किया गया। वहीं १९०४१ बलसाड़ एक्सप्रेस को हरदा स्टेशन पर एक घंटा रोका गया।
इस पूरे हादसे के बाद इस ट्रेक पर करीब १ घंटे तक यातायात प्रभावित रहा। आसपास के खेतों में कार्य कर रहे लोगों के मुताबिक मंगलवार शाम मौसम में बदलाव आया तो आसमान पर बिजली चमकी। इसी दौरान बबूल के पेड़ पर बिजली गिरने से उसकी शाखाएं वहां से गुजर रही ट्रेन के इंजन पर आ टिकी। ट्रेन वहीं खड़ी हो गई। इधर, स्टेशन प्रबंधक एचजे पाल ने बताया कि पेड़ की शाखाएं ओएचई पर गिरते ही पॉवर शट डाउन हो गया। इससे इंजिन के ब्रेकिंग सिस्टम ने काम किया और ट्रेन मौके पर ही खड़ी हो गई। पाल ने बताया कि रेलकर्मियों ने पेड़ की टहनियों को काटा। इसके बाद १२५४१ गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस सुपर फास्ट ट्रेन को आगे बढ़ाया गया। इस दौरान डाउन रूट की पुष्पक एक्सप्रेस, भागलपुर एक्सप्रेस और ताप्ती गंगा एक्सप्रेस को पिछले स्टेशनों पर खड़ा किया गया। वहीं १९०४१ बलसाड़ एक्सप्रेस को हरदा स्टेशन पर एक घंटा रोका गया।
घटना के बाद यह रहा असर
घटना के बाद एक घंटे बंद रहा रेलों का आवागमन नहीं हो सका। बाद में रेलवे स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर पेड़ों की टहनियां काटी और ट्रैफिक शुरू कराया। तब रेलवे ने चैन की संास ली।
घटना के बाद एक घंटे बंद रहा रेलों का आवागमन नहीं हो सका। बाद में रेलवे स्टाफ ने मौके पर पहुंचकर पेड़ों की टहनियां काटी और ट्रैफिक शुरू कराया। तब रेलवे ने चैन की संास ली।