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बाघों की सुरक्षा के लिए सबसे बड़ा पर्यावास का हिस्सा
सतपुड़ा की पहाड़ी में रिजर्व और संरक्षित जंगल मिलाकर 10 हजार वर्ग किमी के दायरे में फैला सतपुड़ा टाइगर रिजर्व (एसटीआर) दुनिया में बाघों के पर्यावास के लिए सबसे बड़ा हिस्सा है। यह क्षेत्र टाइगर के लिए सबसे अच्छा माना गया है। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय ने विश्व में बाघों के पर्यावास के लिए एसटीआर को सबसे बड़ा हिस्सा माना है।
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एसटीआर में वन्यप्राणी
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में लगभग 50 बाघ तथा 200 से अधिक तेंदुआ हैं। बड़ी संख्या में भालू एवं बायसन भी यहां की शोभा बढ़ाते हैं। इसके अलावा चिंकारा, हिरण, सांभर, नीलगाय, उडऩ गिलहरी, मालाबार बड़ी गिलहरी आदि भी यहां पाए जाते हैं। बोरी रेंज के समीप बारहसिंघा का प्राकृतिक पर्यावास भी यहां पर बनाया गया एवं बड़ी संख्या में बारहसिंघों को यहां बताया गया है। दुनिया की सबसे छोटी बिल्ली “रस्टी कैट” सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में पाई जाती है। इसके अलावा एसटीआर में 300 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां हैं। मालाबार पाइड धनेश, मालाबार विशलिंग थर्स सहित अन्य शामिल हैं।
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एसटीआर ऐसे फैला– 528.73 वर्ग किमी है सतपुड़ा पार्क
– 794.04 वर्ग किमी बफरजोन
– 1339.26 वर्ग किमी कोर एरिया
– 2133.30 वर्ग किमी में फैला है