बिल सुधरवाने कार्यालय में लग रही भीड़- मई माह में बांटे गए ज्यादातर औसत बिलों ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी। बड़ी संख्या में हर दिन उपभोक्ता बिजली कार्यालय में बिल सुधरवाने जा रहे हैं। उपभोक्ता यदि सेल्फ रीडिंग लेंगे तो इन समस्याओं से नहीं जूझना पड़ेगा।
इन चार आसान स्टेप से करें सेल्फ रीडिंग…
स्टेप १ – प्ले स्टोर से उपाय एप अपने मोबाइल में डाउनलोड करें। स्टेप 2 – एप में अपना अकाउंट यानी कंज्यूमर नंबर एड करें।
स्टेप 3 – इसके बाद सेल्फ मीटर रीडिंग ऑप्शन पर जाकर रीडिग दर्ज करें।
स्टेप १ – प्ले स्टोर से उपाय एप अपने मोबाइल में डाउनलोड करें। स्टेप 2 – एप में अपना अकाउंट यानी कंज्यूमर नंबर एड करें।
स्टेप 3 – इसके बाद सेल्फ मीटर रीडिंग ऑप्शन पर जाकर रीडिग दर्ज करें।
स्टेप 4 – दिखाई दे रहे रीडिंग के साथ मीटर का फोटो खींचकर अपलोड करें।
मामला 01 : बंगाली कॉलोनी निवासी एमसी पाल के घर मई माह में ३ हजार रुपए का बिल आया। उनके बेटे दीपक ने बताया कि बिजली कार्यालय शिकायत की गई। रीडिंग जांच करवाने पर बिल आधा हुआ।
मामला 01 : बंगाली कॉलोनी निवासी एमसी पाल के घर मई माह में ३ हजार रुपए का बिल आया। उनके बेटे दीपक ने बताया कि बिजली कार्यालय शिकायत की गई। रीडिंग जांच करवाने पर बिल आधा हुआ।
मामला 02 : न्यास कॉलोनी निवासी उपभोक्ता रिंकी ने बताया कि मई में उन्हें करीब ५०० यूनिट का ४२०० रुपए बिल दिया गया था। जबकि मीटर में ३०० यूनिट खपत थी। बिजली ऑफिस जाकर सुधरवाया।
फैक्ट फाइल-
शहर में कुल उपभोक्ता : २३ हजार
फैक्ट फाइल-
शहर में कुल उपभोक्ता : २३ हजार
घरेलू : १८ हजार, व्यवसायिक : ६ हजार
अब तक सेल्फ रीडिंग : २५० बिजली खपत : ६० लाख यूनिट प्रतिमाह
इनका कहना है…
कोरोना संक्रमण की वजह से घर-घर जाकर रीडिंग कराना संभव नहीं है। इसी वजह से उपभोक्ताओं को उपाय एप के माध्यम से सेल्फ रीडिंग भेजने की अपील की गई है। इससे लोगों को राहत मिलेगी।
अब तक सेल्फ रीडिंग : २५० बिजली खपत : ६० लाख यूनिट प्रतिमाह
इनका कहना है…
कोरोना संक्रमण की वजह से घर-घर जाकर रीडिंग कराना संभव नहीं है। इसी वजह से उपभोक्ताओं को उपाय एप के माध्यम से सेल्फ रीडिंग भेजने की अपील की गई है। इससे लोगों को राहत मिलेगी।
-डेलन पटेल, शहर प्रबंधक बिजली कंपनी