रेलवे के स्थानीय प्रबंधन भी स्टेशन परिसर में बने दोपहिया वाहनों को हटाने के लिए कई बार प्रयास कर चुकी है। जीआरपी और आरपीएफ जवानों की मदद ले चुकी है। चूंकि रेलवे क्षेत्र होने के कारण रेल प्रशासन ट्रैफिक पुलिस की चाहकर भी मदद नहीं ले सकती है। एक बार हनुमान मंदिर के सामने स्टेशन के प्रवेश द्वार पर रैलिंग के सामने खड़े दोपहिया वाहनों को ट्रैफिक पुलिस हटा सकती है, लेकिन अंदर परिसर में बेतरतीब खड़े वाहनों के कारण सबसे अधिक परेशान कार चालक होते हैं।
रेलवे अधिकारी हुए नाराज, कर्मचारी की भी नहीं सुनते वाहन मालिक
पार्किंग लिफ्ट के आसपास खड़े वाहनों की देख हाल ही में दौरे पर आए सीनियर मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक विजय प्रकाश ने नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से यहां दोपहिया वाहन पार्किंग को हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक पार्किंग जारी है। वहीं स्टैंड के कर्मी का कहना है कि अधिकारियों के आदेश का हवाला देकर हम दोपहिया वाहन यहां खड़े करने से मना करते हैं, लेकिन वाहन चालक नहीं सुनते। कर्मचारी का कहना है कि इन दोपहिया वाहन चालकों के कारण कई बार कार चालकों से हमें डांट खानी पड़ती है। क्योंकि उन्हें कार मोडऩे में परेशानी होती है।
पार्किंग लिफ्ट के आसपास खड़े वाहनों की देख हाल ही में दौरे पर आए सीनियर मंडल वाणिज्यिक प्रबंधक विजय प्रकाश ने नाराजगी जाहिर की थी। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों से यहां दोपहिया वाहन पार्किंग को हटाने के निर्देश दिए थे, लेकिन अभी तक पार्किंग जारी है। वहीं स्टैंड के कर्मी का कहना है कि अधिकारियों के आदेश का हवाला देकर हम दोपहिया वाहन यहां खड़े करने से मना करते हैं, लेकिन वाहन चालक नहीं सुनते। कर्मचारी का कहना है कि इन दोपहिया वाहन चालकों के कारण कई बार कार चालकों से हमें डांट खानी पड़ती है। क्योंकि उन्हें कार मोडऩे में परेशानी होती है।
पार्किंग लिफ्ट के सामने अवैध रूप से खड़े वाहन
पार्किंग लिफ्ट के आसपास 24 घंटे 100 से अधिक दोपहिया वाहन खड़े रहते हैं। इन वाहनों को खड़े करने से स्टैंड ठेकेदार मना तो करते हैं, लेकिन यात्री अपना रौब दिखाकर वाहन खड़े कर रहे हैं। परिसर में केवल चौपहिया वाहनों के लिए पार्किंग रिजर्व है, दोपहिया वाहन चालक खासकर प्लेटफार्म पर स्थित स्टॉल के वेडंर अपने वाहन यहां खड़ी कर देते हैं। इससे कई बार लिफ्ट से यात्रियों का बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।
पार्किंग लिफ्ट के आसपास 24 घंटे 100 से अधिक दोपहिया वाहन खड़े रहते हैं। इन वाहनों को खड़े करने से स्टैंड ठेकेदार मना तो करते हैं, लेकिन यात्री अपना रौब दिखाकर वाहन खड़े कर रहे हैं। परिसर में केवल चौपहिया वाहनों के लिए पार्किंग रिजर्व है, दोपहिया वाहन चालक खासकर प्लेटफार्म पर स्थित स्टॉल के वेडंर अपने वाहन यहां खड़ी कर देते हैं। इससे कई बार लिफ्ट से यात्रियों का बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है।
इनका कहना है
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद व्यवस्थित पार्किंग स्थल बनाने के प्रयास शुरू कर दिया है। हमने कारों को व्यवस्थित खड़ी करने की व्यवस्था कर दी है। इस परिसर में केवल यहां कारों की पार्किंग रहेगी। वहीं लिफ्ट के पास जो लोग वाहन खड़े कर रहे हैं, उनके मालिकों को हम समझाइश दे रहे हैं। अगर वे नहीं मानेंगे, तो हम वाहन जब्ती की कार्रवाई करेंगे।
विकास सिंह, डीसीआई, पमरे, इटारसी स्टेशन
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश मिलने के बाद व्यवस्थित पार्किंग स्थल बनाने के प्रयास शुरू कर दिया है। हमने कारों को व्यवस्थित खड़ी करने की व्यवस्था कर दी है। इस परिसर में केवल यहां कारों की पार्किंग रहेगी। वहीं लिफ्ट के पास जो लोग वाहन खड़े कर रहे हैं, उनके मालिकों को हम समझाइश दे रहे हैं। अगर वे नहीं मानेंगे, तो हम वाहन जब्ती की कार्रवाई करेंगे।
विकास सिंह, डीसीआई, पमरे, इटारसी स्टेशन