होशंगाबाद. शहर के हाउसिंग बोर्ड बाढ़ पीडि़त कॉलोनी निवासी कैलाश पिता जीवन राम चौहान (45) का शव सोमवार दोपहर में एचएच-69 पर सतकुंडा के पास के जंगल में पेड़ से झूलता हुआ मिला। मृतक रविवार से बिना बताए घर से लापता था। मृतक के पास से बुदनी थाना पुलिस सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें उसने शुगर एवं मुंह के कैंसर से परेशान होकर आत्महत्या कर लेने का जिक्र किया है। इधर परिजन फांसी लगाकर आत्महत्या की घटना को सही नहीं मान रहे हैं। हत्या की आशंका भी जताई है। बुदनी पुलिस पूरे घटनाक्रम की जांच कर रही है।
अज्ञात मोबाइल से फोन कर बेटे को बुलाया बताया जाता है कि सोमवार दोपहर ढाई बजे के करीब मृतक कैलाश चौहान ने घटना से पहले अज्ञात व्यक्ति के मोबाइल से अपने छोटे पुत्र कन्हैया को फोन कहा था कि वह भोपाल रोड बुदनी में है, उसे लेने जल्दी आ जाओ। रविवार से वह घर से लापता था। मृतक के पुत्र सांवरिया चौहान के मुताबिक पिता कैलाश घर से बिना बताएं बाइक लेकर चले गए थे। सभी लोग उनकी तलाश कर रहे थे। सोमवार दोपहर 2.30 बजे पिता कैलाश ने छोटे पुत्र कन्हैया को अज्ञात मोबाईल से फोन कर भोपाल रोड पर बुदनी में बुलाया।
जंगल में पेड़ पर लटका मिला शव ेपिता के बुदनी में होने की जानकारी मिलते ही दोनों पुत्र सांवरिया एवं कन्हैया अपने एक मित्र के साथ अपने पिता के लिए खाना लेकर बुदनी भोपाल रोड पर पहुंचे। और पिता की तलाश की। सतकुण्डा के समीप के जंगल में सडक किनारे बाइक खड़ी मिली, लेकिन पिता दिखाई नहीं दिए। समीप के जंगल में खोजना शुरू किया तो सड़क से करीब 50-60 फीट दूरी पर अंदर उसके पिता एक पेड़ पर नायलोन की रस्सी के फंदे से लटके मिले। दोनों पुत्रों ने तत्काल उन्हें पेड़ से उतारकर डायल-100 डायल एवं 108 एम्बुलेंस को फोन कर बुलाया। बुदनी पुलिस ने कैलाश को टटोल कर देखा तो वह मर चुका था। पुलिस को मृतक की तलाशी के दौरान उसकी पेंट की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें उसने लिखा है कि मेरी मौत के लिए मै स्वयं जिम्मेदार हूं। मेरे ऊपर न तो किसी का कर्ज है और न मेरा किसी से लेना-देना है। मृतक ने लिखा है कि वह शुगर एवं मुंह के कैंसर रोग से पीडि़त होने के कारण आत्महत्या कर रहा है। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनो के सुपुर्द कर दिया है।