पापा ने पहली बार ऑफर की यूनिफार्म
मेरे पापा बिहार में पुलिस इंस्पेक्टर हैं, बचपन से पापा की पुलिस की यूनिफार्म देखता था, अच्छी लगती थी। मेरा सपना भी आईपीएस बनने का था, जो पापा की वजह से पूरा हुआ। १० वीं बोर्ड परीक्षा के बाद पहली बार पापा ने मुझे अपनी यूनिफार्म, गन, जूते ऑफर किए और कहा की इसे पहनो। वह पल मेरे लिए सबसे खास था। यह कहना है आईपीएस अमित कुमार सिंह का। वे कम उम्र में ही आईपीएस बने। सिंह पवारखेड़ा थाना प्रभारी हैं। वह बताते हैं पापा मेरे लिए बहुत ही स्पेशल हैं। जब मैं एकेडमी में था, तब पापा ने वहां आकर मुझे देखा देखा और बहुत ही गर्व महसूस किया। तब बहुत अच्छा लगा। आज वह अपनी दिनचर्या सबसे पहले पापा से शेयर करते हैं।
मेरे पापा बिहार में पुलिस इंस्पेक्टर हैं, बचपन से पापा की पुलिस की यूनिफार्म देखता था, अच्छी लगती थी। मेरा सपना भी आईपीएस बनने का था, जो पापा की वजह से पूरा हुआ। १० वीं बोर्ड परीक्षा के बाद पहली बार पापा ने मुझे अपनी यूनिफार्म, गन, जूते ऑफर किए और कहा की इसे पहनो। वह पल मेरे लिए सबसे खास था। यह कहना है आईपीएस अमित कुमार सिंह का। वे कम उम्र में ही आईपीएस बने। सिंह पवारखेड़ा थाना प्रभारी हैं। वह बताते हैं पापा मेरे लिए बहुत ही स्पेशल हैं। जब मैं एकेडमी में था, तब पापा ने वहां आकर मुझे देखा देखा और बहुत ही गर्व महसूस किया। तब बहुत अच्छा लगा। आज वह अपनी दिनचर्या सबसे पहले पापा से शेयर करते हैं।
मेरे पापा मेेरे रोल मॉडल
मेरे पापा मेरे लिए रोल मॉडल हैं उनके कारण आज में डॉक्टर बन पाई हूँ। मैने बचपन से ही पापा को लोगों का इलाज कर उन्हे नई जिंदगी देते देखा है। यह कहना है होशंगाबाद की सौम्या गौतम का। वह कहती हैं उनके पापा दुनिया के बेस्ट पापा हैं। सौम्या कहती हैं कि जब वे डॉक्टर की परीक्षा देने जा रही थी, तब मन में सवाल था कि मैं डॉक्टर बन पाउंगी या नहीं। तब पिता एके तिवारी ने मुझे आइने के सामने खड़ा किया और कहा कि तुम्हारा कॉम्पटीशिन खुद से है दुनिया से नहीं। तब से हमेशा हार्ड वर्क किया, सौम्या आज साउथ अफ्रीका के केपटाउन में मेडिकल ऑफीसर हैं। वे हालही में मिसेस इंडिया साउथ अफ्रीका के फाइनलिस्ट चुनी गई।
मेरे पापा मेरे लिए रोल मॉडल हैं उनके कारण आज में डॉक्टर बन पाई हूँ। मैने बचपन से ही पापा को लोगों का इलाज कर उन्हे नई जिंदगी देते देखा है। यह कहना है होशंगाबाद की सौम्या गौतम का। वह कहती हैं उनके पापा दुनिया के बेस्ट पापा हैं। सौम्या कहती हैं कि जब वे डॉक्टर की परीक्षा देने जा रही थी, तब मन में सवाल था कि मैं डॉक्टर बन पाउंगी या नहीं। तब पिता एके तिवारी ने मुझे आइने के सामने खड़ा किया और कहा कि तुम्हारा कॉम्पटीशिन खुद से है दुनिया से नहीं। तब से हमेशा हार्ड वर्क किया, सौम्या आज साउथ अफ्रीका के केपटाउन में मेडिकल ऑफीसर हैं। वे हालही में मिसेस इंडिया साउथ अफ्रीका के फाइनलिस्ट चुनी गई।
संदेश 1. भावी पीढ़ी के लिए उनका संदेश है कि आपके पापा आपको डाटते हैं तो करियर को लेकर डाटते हैं। उनकी बात का बुरा मत मानो, उनपर विश्वास रखो। उनसे इमोशनल लेवल से जुडऩे की कोशिश करो।
2. सौम्या कहती हैं बेटियां बहुत खूबसूरत और अनमोल होती हैं, पापा ही बेटियों की ताकत होते हैं। इसलिए हमेशा पापा की बात मानें। सौम्या ने इस फादर्स-डे अपने पापा के लिए एक सरप्र्राइज प्लान किया है। १० साल बाद वह यह दिन सेलिब्रेट करेंगी।
… न्याय है पिता !
बच्चों के लिए स्नेह का अध्याय है पिता,
एक हौसला है, प्रेरणा है, राय है पिता!
बाहर से तो चट्टान-सा दिखता है परंतु,
अंदर से शुद्ध मोम का पर्याय है पिता!
बच्चों की परवरिश के लिए रहता समर्पित,
अपनत्व, क्षमा, प्रेम का समवाय है पिता!
जी-तोड़ श्रम पिता का देख बच्चों के मन में,
सम्मान है, सद्भाव है, सदुपाय है पिता!
रिश्तों की अदालत का यही सार है केवल,
माता है न्याय-पुस्तिका तो न्याय है पिता !
प्रो. अजहर हाशमी
2. सौम्या कहती हैं बेटियां बहुत खूबसूरत और अनमोल होती हैं, पापा ही बेटियों की ताकत होते हैं। इसलिए हमेशा पापा की बात मानें। सौम्या ने इस फादर्स-डे अपने पापा के लिए एक सरप्र्राइज प्लान किया है। १० साल बाद वह यह दिन सेलिब्रेट करेंगी।
… न्याय है पिता !
बच्चों के लिए स्नेह का अध्याय है पिता,
एक हौसला है, प्रेरणा है, राय है पिता!
बाहर से तो चट्टान-सा दिखता है परंतु,
अंदर से शुद्ध मोम का पर्याय है पिता!
बच्चों की परवरिश के लिए रहता समर्पित,
अपनत्व, क्षमा, प्रेम का समवाय है पिता!
जी-तोड़ श्रम पिता का देख बच्चों के मन में,
सम्मान है, सद्भाव है, सदुपाय है पिता!
रिश्तों की अदालत का यही सार है केवल,
माता है न्याय-पुस्तिका तो न्याय है पिता !
प्रो. अजहर हाशमी