script52 साल पुराने नर्मदा ब्रिज की मरम्मत में लग गए पांच माह | Five years of repairing the 52 year old Narmada bridge | Patrika News

52 साल पुराने नर्मदा ब्रिज की मरम्मत में लग गए पांच माह

locationहोशंगाबादPublished: Apr 18, 2019 03:05:24 pm

Submitted by:

poonam soni

20 अप्रैल से शुरू होगी भारी वाहनों की आवाजाही
 

 Narmada bridge

52 साल पुराने नर्मदा ब्रिज की मरम्मत में लग गए पांच माह

होशंगाबाद. नेशनल हाइवे-69 पर होशंगाबाद-बुदनी के बीच 52 साल पुराने नर्मदा नदी के जर्जर हो चुके 768 मीटर लंबाई के सड़क पुल की मरम्मत में पांच माह का समय लग गया। 1 करोड़ 54 लाख में इसकी मरम्मत की मंजूरी जुलाई 2018 में मिली काम शुरू हुआ दिसंबर 2019 में। ठेेका कंपनी के मुताबिक मरम्मत के लगभग सभी कार्य पूरे हो गए हैं। सड़क पर स्पेशल डामर चढ़ाने का मास्टिक कार्य फाइनल स्टेज पर है। 20 अप्रैल से ब्रिज की सड़क पर भारी वाहनों की आवाजाही को शुरू कर दिया जाएगा।
वहीं नागपुर-बैतूल से भोपाल-इंदौर का भारी टै्रफिक व्हाया बैतूल, टिमरनी, हरदा होते हुए इंदौर-भोपाल से तथा जबलपुर से आने वाले भारी वाहन व्हाया पिपरिया, बरेली होते हुए इंदौर-भोपाल निकाला जा रहा है। होशंगाबाद लोकल के भारी वाहन व्हाया सिवनीमालवा, टिमरनी, हरदा होते हुए इंदौर-भोपाल भेजे जा रहे हैं।
64 एक्सपेंशन ज्वाइंट सुधारे : पुल के कमजोर हो चुके 64 एक्सपेंशन ज्वाइंट को सुधारा गया है। सड़क के पुराने डामर को निकलाकर नया डामर-गिट्टी बिछाए हैं। एक्सपेंशन ज्वाइंट को 52 सालों से नहीं सुधारा गया था। इनकी जगह अब एडवांस एक्सपेंशन ज्वाइंट लगाए गए हैं। इन कार्यों के पहले पुल के नीचे की वेयरिंग की आइल-ग्रीसिंग की थी।
ब्रिज की रैलिंग नहीं सुधरी : ब्रिज एवं उसकी सड़क की मरम्मत तो कर दी गई है, लेकिन रैलिंग अभी भी जगह-जगह से टूटी हुई है। ब्रिज के दोनों साइड रैलिंग पर ड्रिल कर बिछाई गई ऑप्टिकल फाइबर केबिल रैलिंग क्षतिग्रस्त पाई गई थी। ठेका कंपनी को नई रैलिंग लगानी है, जो कि अब तक नहीं लग सकी है।
काम की अनुमति में देरी : दरअसल ब्रिज मरम्मत एवं राशि की मंजूरी ब्रिज कॉर्पोरेशन से जुलाई 2018 में मिल गई थी, लेकिन मरम्मत कार्य की अनुमति में छह माह लग गए। 11 दिसंबर को विधानसभा चुनाव की मतगणना के बाद काम शुरू हो सका। एसपी के प्रतिवेदन पर कलेक्टर की अनुमति मिलने के बाद 18 दिसंबर से काम शुरू किया गया, जिसके पूरे होने में करीब 5 माह का समय लग गया।
मरम्मत कार्य की अनुमति देरी से मिली थी, बीच-बीच में स्नान पर्वों के दौरान टै्रफिक चालू रहा।मरम्मत का काम पूरा हो गया है। सड़क पर स्पेशल डामर बिछाने के बाद 20 अप्रैल से ब्रिज पर आवागमन पूरी तरह चालू हो जाएगा।
समीर गार्गव, प्रोजेक्ट मैनेजर, ठेका कंपनी भोपाल
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