सोमवार को हुई थी यह कार्रवाई
एक निजी ऑयल गोदाम में सरकारी गेहूं से भरी बोरियां मिलीं। यह गेहूं राशन दुकानों पर सप्लाई होने भेजा गया था। अब इसकी जांच की जा रही है कि यह निजी गोदाम में कहां से और कैसे पहुंचा। साथ ही दो बेकरी पर भी छापा मारा गया तो यहां एक्सपाइरी डेट का खमीर मिलाकर गंदगी के बीच टोस्ट बनाने का काम चल रहा था। एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने सरकारी गेहूं जब्त कर दूषित खानपान नष्ट कराया। एसडीएम के नेतृत्व में सोमवार को टीम ने आईटीआई इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित दो बेकरियों व ऑयल गोदाम पर छापा मारा। कैलाश नवलानी के शिवाय ऑयल गोदाम में नागरिक आपूर्ति निगम का राशन दुकानों से बंटने वाला करीब 20 क्विंटल गेहूं मिला। भजन आहूजा की सरिता बेकरी व शर्मा की प्रभात बेकरी में एक्सपायरी डेट का खमीर (यीस्ट) उपयोग करके टोस्ट व अन्य खानपान सामग्री बनाने का काम चल रहा था। इसके अलावा बेकरी में बिना उत्पादन डेट के टोस्ट के बक्से भी मिले। बेकरियों में गंदगी पर दुकानदारों को फटकार लगाते हुए खराब सामान नष्ट कराया गया।
एक निजी ऑयल गोदाम में सरकारी गेहूं से भरी बोरियां मिलीं। यह गेहूं राशन दुकानों पर सप्लाई होने भेजा गया था। अब इसकी जांच की जा रही है कि यह निजी गोदाम में कहां से और कैसे पहुंचा। साथ ही दो बेकरी पर भी छापा मारा गया तो यहां एक्सपाइरी डेट का खमीर मिलाकर गंदगी के बीच टोस्ट बनाने का काम चल रहा था। एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने सरकारी गेहूं जब्त कर दूषित खानपान नष्ट कराया। एसडीएम के नेतृत्व में सोमवार को टीम ने आईटीआई इंडस्ट्रीयल एरिया स्थित दो बेकरियों व ऑयल गोदाम पर छापा मारा। कैलाश नवलानी के शिवाय ऑयल गोदाम में नागरिक आपूर्ति निगम का राशन दुकानों से बंटने वाला करीब 20 क्विंटल गेहूं मिला। भजन आहूजा की सरिता बेकरी व शर्मा की प्रभात बेकरी में एक्सपायरी डेट का खमीर (यीस्ट) उपयोग करके टोस्ट व अन्य खानपान सामग्री बनाने का काम चल रहा था। इसके अलावा बेकरी में बिना उत्पादन डेट के टोस्ट के बक्से भी मिले। बेकरियों में गंदगी पर दुकानदारों को फटकार लगाते हुए खराब सामान नष्ट कराया गया।
खाद्य सुरक्षा विभाग में पदस्थ हैं सिर्फ दो अधिकारी
मि लावटी खानपान की जांच और सैंपल लेने से लेकर एंट्री करने तक का जिम्मा दो अफसरों पर है। यही वजह है किसी भी खानपान की दुकान पर छापा मारने के बाद सैंपल लेने में तीन से चार घंटे लग जाते हैं। जिला खाद्य सुरक्षा विभाग के पास न तो कार्यालय में पर्याप्त जगह है और न ही स्टॉफ। ज्ञात रहे कि जिले में तेरह पद स्वीकृत हैं। इनमें 5 इंसपेक्टर, 2 एलडीसी/यूडीसी, 2 कंप्यूटर ऑपरेटर, 2 सैंपलिंग असिस्टेंट, 2 कार्यालयीन कर्मचारी शामिल हैं। जबकि वर्तमान में दो खाद्य सुरक्षा अधिकारी शिवराज पावक व लीना नायक कार्यरत हैं। यहां पदस्थ इंस्पेक्टर ज्योति बंसल ६ माह से अवकाश पर हैं। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी शिवराज पावक का कहना है कि विभाग में तेरह पद स्वीकृत हैं, जबकि सिर्फ दो ही कार्यरत हैं। स्टॉफ कमी से सैंपल लेने में समय लगता है।
ब्रेड-टोस्ट बनाने में उपयोग की जा रही सामग्रियों का सैंपल जांच के लिए लैब भेजने के निर्देश दिए गए हैं। ऑयल गोदाम में सरकारी गेहूं कहां से और कैसे आया। इसकी जांच कर रहे हैं।
रवीश श्रीवास्तव, एसडीएम
मि लावटी खानपान की जांच और सैंपल लेने से लेकर एंट्री करने तक का जिम्मा दो अफसरों पर है। यही वजह है किसी भी खानपान की दुकान पर छापा मारने के बाद सैंपल लेने में तीन से चार घंटे लग जाते हैं। जिला खाद्य सुरक्षा विभाग के पास न तो कार्यालय में पर्याप्त जगह है और न ही स्टॉफ। ज्ञात रहे कि जिले में तेरह पद स्वीकृत हैं। इनमें 5 इंसपेक्टर, 2 एलडीसी/यूडीसी, 2 कंप्यूटर ऑपरेटर, 2 सैंपलिंग असिस्टेंट, 2 कार्यालयीन कर्मचारी शामिल हैं। जबकि वर्तमान में दो खाद्य सुरक्षा अधिकारी शिवराज पावक व लीना नायक कार्यरत हैं। यहां पदस्थ इंस्पेक्टर ज्योति बंसल ६ माह से अवकाश पर हैं। जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी शिवराज पावक का कहना है कि विभाग में तेरह पद स्वीकृत हैं, जबकि सिर्फ दो ही कार्यरत हैं। स्टॉफ कमी से सैंपल लेने में समय लगता है।
ब्रेड-टोस्ट बनाने में उपयोग की जा रही सामग्रियों का सैंपल जांच के लिए लैब भेजने के निर्देश दिए गए हैं। ऑयल गोदाम में सरकारी गेहूं कहां से और कैसे आया। इसकी जांच कर रहे हैं।
रवीश श्रीवास्तव, एसडीएम