पत्रिका से चर्चा में एसडीओ केएस सैंगर ने बताया कि लगभग 25 हैक्टेयर में पौधारोपण करना तय किया था। डिप्टी रेजर एसएस पठारिया ने बताया कि सागौन सहित अन्य इमारती, छायादार व फलदार पौधे रोपने का लक्ष्य विभाग द्वारा तय किया था। जहां पौधरोपण होना है वह वन विभाग की ही भूमि है। यदि ग्रामीण चाहें तो सीमांकन करा लें।
ग्रामीणों की शिकायत
इधर, ग्रामीण रतिपाल, बारेलाल, रंगीलाल, चैनसिंह, हल्के सिंह, सुंदरलाल, मोतीलाल, गंगाराम, मेहराम, खेतलाल, जबर सिंह, फागूलाल, गुलाब सिंह, छोटेलाल, लछीराम, मनोहर, नजर सिंह, गोरेलाल, रमन सिंह, बादल सिंह, भजनलाल आदि का कहना है कि उनके द्वारा बोई गई मक्का व धान की फसल वाले खेतों में पौधारोपण कार्य वन विभाग कर रहा है। ग्रामीण इसकी शिकायत नेताओं सहित विधायक व कलेक्टर से शिकायत करेंगे।
हम वन विभाग की ही चिन्हित भूमि पर पौधारोपण कर रहे हैं। ग्रामीणों ने शासकीय भूमि पर अतिक्रमण किया है, जबकि वह पौधारोपण के लिए चिन्हित भूमि है। हम तो हमारे विभाग द्वारा तय कार्य को कार्यक्रमानुसार ही कर रहे हैं। ग्रामीणों को सहयोग करना चाहिए, जो भी कार्य किया जा रहा है, उनकी बेहतरी के लिए ही किया जा रहा है।
केएस सैंगर, एसडीओ, सामान्य वन परिक्षेत्र, सोहागपुर।