सरताज अपने प्रचार में बात कम करते हैं और भाषण भी नहीं देते। वे हाथ जोड़कर लोगों से इशारों में बात कर रहे हैं। एक बात देखने में आई कि जैसे ही वे हाथ जोड़ते हंै- मतदाता खुद बोल पड़ता है- बाबूजी चिंता मत कीजिए, हम आपका ख्याल रखेंगे। चलते समय जो भी साथ है उनका हाथ पकड़ कर साथ चलता है। उनके साथ कार्यकर्ताओं की लंबी-चौड़ी भीड़ भी नहीं है। सिर्फ दो गाडिय़ों के साथ सुबह से शाम तक प्रचार करते हैं। उन्हें सब पहचानते हैं, इस कारण परिचय देने की भी जरूरत नहीं है। मोहल्ले के बाहर गाड़ी से उतरक हर मतदाता के घर के सामने कुछ मिनट रूककर खड़े होकर हाथ जोड़कर वोट देने की अपील कर आगे निकल जाते हैं। कई जगह युवा और बच्चे उनके साथ सेल्फी भी ले रहे हैं। ग्वालटोली में आगे बढ़ते ही एक मतदाता बोला- हमें बाबूजी पर पूरा भरोसा है। वे आज हमारे घर आए हैं, इसलिए उनका पूरा सम्मान रखेंगे।