हत्या के बाद खुद ढूंढ रहा था आरोपी
शिक्षक को मौत के घाट उतारने के बाद आरोपी शशि खुद उसे ढूंढवाने में मदद कर रहा था ताकि किसी को शक न हो। उन दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी। इटारसी के पिंक सिटी कॉलोनी में रहने आने से एक साल पहले काशीराम यादव रामपुर में ही रहते थे। वह पाहनवर्री माध्यमिक स्कूल में २००७ से शिक्षक थे। आरोपी शशि यादव उनका पड़ोसी था। दोनों के बीच गहरी दोस्ती भी थी।
भाई की संदेह सही निकला
मृतक के बड़े भाई रामलाल यादव ने पड़ोसी शशि यादव पर हत्या करने की आशंका व्यक्त की थी। जो सही साबित हुई। पुलिस ने इसी आधार पर शशि को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या करना स्वीकार कर लिया। रामलाल बिछुआ के माध्यमिक स्कूल में व्याख्याता हैं। मंगलवार को जब वह स्कूल गए थे। तब रामपुर नदी के पुल पर उन्हें उनके बड़े भाई रामलाल ने एक आदमी को साथ खड़े देखा था जो लुंगी पहने हुए था। बाद में काशीराम न स्कूल पहुंचे न घर वापस आए। दूसरे दिन नदी में उनके जूते, बैग, चश्मा और पुल पर बाइक मिली थी। गुरूवार को सोमलवाड़ा के पास नदी से शिक्षक काशीराम का शव बरामद हुआ। होमगार्ड जवान लक्ष्मी नारायण, सुरेन्द्र राजपूत, राजेन्द्र चौरे, मेघराज यादव, राजेन्द्र यादव एवं पुलिस टीम ने शव को तलाशा और दोपहर में पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
शिक्षक को मौत के घाट उतारने के बाद आरोपी शशि खुद उसे ढूंढवाने में मदद कर रहा था ताकि किसी को शक न हो। उन दोनों के बीच गहरी दोस्ती थी। इटारसी के पिंक सिटी कॉलोनी में रहने आने से एक साल पहले काशीराम यादव रामपुर में ही रहते थे। वह पाहनवर्री माध्यमिक स्कूल में २००७ से शिक्षक थे। आरोपी शशि यादव उनका पड़ोसी था। दोनों के बीच गहरी दोस्ती भी थी।
भाई की संदेह सही निकला
मृतक के बड़े भाई रामलाल यादव ने पड़ोसी शशि यादव पर हत्या करने की आशंका व्यक्त की थी। जो सही साबित हुई। पुलिस ने इसी आधार पर शशि को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने हत्या करना स्वीकार कर लिया। रामलाल बिछुआ के माध्यमिक स्कूल में व्याख्याता हैं। मंगलवार को जब वह स्कूल गए थे। तब रामपुर नदी के पुल पर उन्हें उनके बड़े भाई रामलाल ने एक आदमी को साथ खड़े देखा था जो लुंगी पहने हुए था। बाद में काशीराम न स्कूल पहुंचे न घर वापस आए। दूसरे दिन नदी में उनके जूते, बैग, चश्मा और पुल पर बाइक मिली थी। गुरूवार को सोमलवाड़ा के पास नदी से शिक्षक काशीराम का शव बरामद हुआ। होमगार्ड जवान लक्ष्मी नारायण, सुरेन्द्र राजपूत, राजेन्द्र चौरे, मेघराज यादव, राजेन्द्र यादव एवं पुलिस टीम ने शव को तलाशा और दोपहर में पीएम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया।
तीन बच्चे है शिक्षक के
काशीराम की पत्नी ज्योति यादव तीन दिनों से लगातार अपने पति की राह देख रही थी। इधर छोटे-छोटे बच्चे बेटी दिव्या और सौम्या के साथ ही ढाई साल का मासूम बेटा आदी सदमे में है।
डॉक्टर का वर्सन
– डॉ. विकास जैतपुरिया ने बताया कि लाश गल चुकी थी इसलिए चोटें डिटेक्ट नहीं हो पा रही है। बिसरा जांच के लिए फोरेंसिक भेजा जाएगा इसके बाद स्पष्ट होगा। वैसे अभी डूबने से ही मौत होना लग रहा है।
काशीराम की पत्नी ज्योति यादव तीन दिनों से लगातार अपने पति की राह देख रही थी। इधर छोटे-छोटे बच्चे बेटी दिव्या और सौम्या के साथ ही ढाई साल का मासूम बेटा आदी सदमे में है।
डॉक्टर का वर्सन
– डॉ. विकास जैतपुरिया ने बताया कि लाश गल चुकी थी इसलिए चोटें डिटेक्ट नहीं हो पा रही है। बिसरा जांच के लिए फोरेंसिक भेजा जाएगा इसके बाद स्पष्ट होगा। वैसे अभी डूबने से ही मौत होना लग रहा है।