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Ganga dashehra: नौ साल पहले बनारस की तर्ज पर यहां हुई थी स्टील पात्रों से माँ नर्मदा की महाआरती

locationहोशंगाबादPublished: Jun 12, 2019 01:17:14 pm

Submitted by:

poonam soni

इन्होनें कराई थी सबसे पहले
 

GANGA DASHERA

Ganga dashehra: नौ साल पहले बनारस की तर्ज पर यहां हुई थी स्टील पात्रों से माँ नर्मदा की महाआरती

होशंगाबाद. आज गंगादशहरा है। नर्मदा नगरी के नाम से जाना जाने वाला मध्यप्रदेश का होशंगाबाद शहर जहां आज से दिन से गंगा दशहरा पर महाआरती का शुभारंभ हुआ था। इसकी शुरूआत 9 साल पहले 2010 को हुई थी। आचार्य सोमेश परसाई ने बताया कि नौ साल पहले महंत प्रज्ञा भारती के सानिध्य में स्टील के पात्रों से महाआरती शुरू हुई थी। उसके बाद बनारस की तर्ज पर भव्य रूप दिया गया।
बनारस से आए अदभुद पात्र
अब बनारस से लाए हुए पात्र एवं बनारस की तर्ज पर आरती की जाती है। संयोजक प्रशांत दुबे ने बताया कि पहले दो सौ श्रृद्धालु शामिल होते थे, अब हजारों की संख्या में श्रृद्धालु महाआरती में पहुंचते हैं।
आज होगी 551 दीपों से महाआरती
पंडि़त घनश्याम शर्मा ने बताया कि गंगा दशहरा शहर में उत्साह से मनाया जाएगा। श्रद्धालु दिनभर मां नर्मदा का स्नान कर शाम को माँ नर्मदा की महाअरती सेठानी घाट पर 551 दीपों से करेंगे। प्रशांत दुबे (मुन्नू भैया) ने बताया पहले नर्मदा अभिषेक, श्रीरामचरित मानस का पाठ और फिर महाआरती की जाएगी।
गंगा दशहरा का महत्व
आचार्य सोमेश परसाई ने बताया कि आज के दिन गंगा जी की उत्पत्ति हुई थी। इसलिए गंगा की उत्पत्ति और इनके मात्र दर्शन से सारे पापों का नाश होता है। इसलिए आज के दिन नर्मदा में स्नान और दान करने से अधिक महत्व मिलता है।
माह की प्रति पूर्णिमा पर आरती
सेठानीघाट पर हर अमावस्या, पूर्णिमा एवं नए साल के आगाज में महाआरती होती है। कई सालों से आचार्य सोमेश परसाई और अब धनश्याम शर्मा आरती को सम्पन्न कराते आ रहे हैं।
ड्डशोभायात्रा के साथ अंखड रामधुन संकीर्तन नृत्य के साथ गंगा दशहरा शुरू मंगलवार से दो दिवसीय गंगा दशहरा का शुभारंभ शोभायात्रा के साथ किया गया। शोभायात्रा दादाकुटी नर्मदा मिशन संस्थापक भैया जी सरकार के सानिध्य में निकाली गई। जिसमें पंचवटी व नर्मदा जलकलश की स्थापना के पश्चात अखंड रामधुन संकीर्तन भी हुआ। गंगा दशहरा पर अनेकों जिलों के संकीर्तन मंडलों में होशंगाबाद के अलावा जबलपुर, डिंडोरी, गाडरवाड़ा, छिंदवाड़ा, बीना, भोपाल, विदिशा के भक्त शामिल हुए। आज प्रसादी भंडारे के साथ समर्थ सृष्टि पत्रिका का विमोचन व खेल एवं शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट विद्यार्थी समर्थ अंलकरण से सम्मानित होंगे।
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