बद्रीनाथ मंदिर में भी हुआ बदलाव
बद्रीनाथ धाम मंदिर में भी भगवान बद्रीनाथ को सुबह नर्मदा के ताजे जल से स्नान कराकर मखमली ऊनी वस्त्र धारण कराए जा रहें है। पंडित नितेन्द्र चौबे ने बताया कि भगवान को ऋतु फल मैथी के पराठे, गाजर के हलवे का भोग लगाया जाता है। भगवान के कपड़ो को मथुरा, दिल्ली और मुम्बई से डिजाइन कराया जाता है। इनकी आरती का समय भी सुबह से 6 बजे खुलकर 12 बजे पट बंद कर दिए जाते हैं। इसी तरह शाम के पांच बजे के स्थान पर 4 बजे पट खुलते है। 7.15 बजें संध्या आरती कर 8.30 बजे पट बंद कर दिए जाते है।
बद्रीनाथ धाम मंदिर में भी भगवान बद्रीनाथ को सुबह नर्मदा के ताजे जल से स्नान कराकर मखमली ऊनी वस्त्र धारण कराए जा रहें है। पंडित नितेन्द्र चौबे ने बताया कि भगवान को ऋतु फल मैथी के पराठे, गाजर के हलवे का भोग लगाया जाता है। भगवान के कपड़ो को मथुरा, दिल्ली और मुम्बई से डिजाइन कराया जाता है। इनकी आरती का समय भी सुबह से 6 बजे खुलकर 12 बजे पट बंद कर दिए जाते हैं। इसी तरह शाम के पांच बजे के स्थान पर 4 बजे पट खुलते है। 7.15 बजें संध्या आरती कर 8.30 बजे पट बंद कर दिए जाते है।