रेत की बोरियां से ट्रेन की लोड
24 कोच वाली ट्रेन में प्रति कोच में 76 यात्रियों के हिसाब से वजन करने के लिए रेत की बोरियां रखीं गई। यह रेत की बोरियां इंजन के बाद वाले कोच से लेकर अंतिम कोच तक इस तरह लादी गई जिस तरह यात्री ट्रेन में रहते हैं।
24 कोच वाली ट्रेन में प्रति कोच में 76 यात्रियों के हिसाब से वजन करने के लिए रेत की बोरियां रखीं गई। यह रेत की बोरियां इंजन के बाद वाले कोच से लेकर अंतिम कोच तक इस तरह लादी गई जिस तरह यात्री ट्रेन में रहते हैं।
75 किमी प्रतिघंटा हो जाएगी स्पीड
भोपाल से इटारसी ट्रैक पर घाट सेक्शन करीब 30 किमी का है। इस सेक्शन में अप ट्रैक पर ट्रेन 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई गई। ट्रेन ने इस स्पीड में अपना टेस्ट सफलतापूर्वक पास कर लिया। टेस्टिंग के दौरान अधिकारियों ने कपलर फोर्स कंट्रोलबिलिटी और इमरजेंसी ब्रेक डिस्टेंस का ट्रायल भी किया। 23 को डाउन ट्रैक का टेस्ट होगा। इसकी संयुक्त रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी ताकि इस सेक्शन में ट्रेनों की स्पीड 65 किमी प्रतिघंटे से बढ़ाकर ७५ किमी प्रतिघंटा की जा सके।
घाट सेक्शन में अप टै्रक पर किया गया पहला स्पीड टेस्ट सफल रहा है। दूसरा स्पीड टेस्ट डाउन ट्रेक पर 23 सितंबर को होगा। उसके बाद इसकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जाएगी। ट्रेनों की गति बढ़ाने का निर्णय वहीं से होगा।
आईए सिद्दकी, जनसंपर्क अधिकारी भोपाल मंडल
भोपाल से इटारसी ट्रैक पर घाट सेक्शन करीब 30 किमी का है। इस सेक्शन में अप ट्रैक पर ट्रेन 75 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलाई गई। ट्रेन ने इस स्पीड में अपना टेस्ट सफलतापूर्वक पास कर लिया। टेस्टिंग के दौरान अधिकारियों ने कपलर फोर्स कंट्रोलबिलिटी और इमरजेंसी ब्रेक डिस्टेंस का ट्रायल भी किया। 23 को डाउन ट्रैक का टेस्ट होगा। इसकी संयुक्त रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को भेजी जाएगी ताकि इस सेक्शन में ट्रेनों की स्पीड 65 किमी प्रतिघंटे से बढ़ाकर ७५ किमी प्रतिघंटा की जा सके।
घाट सेक्शन में अप टै्रक पर किया गया पहला स्पीड टेस्ट सफल रहा है। दूसरा स्पीड टेस्ट डाउन ट्रेक पर 23 सितंबर को होगा। उसके बाद इसकी रिपोर्ट वरिष्ठ अधिकारियों को भेजी जाएगी। ट्रेनों की गति बढ़ाने का निर्णय वहीं से होगा।
आईए सिद्दकी, जनसंपर्क अधिकारी भोपाल मंडल