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जीपीएस बने ट्रेकमैंनों के लिए सुरक्षा की जगह बने समस्या

locationहोशंगाबादPublished: Jul 18, 2019 01:03:12 pm

Submitted by:

poonam soni

किसी का यात्रा पास बंद तो किसी की वेतनवृद्धि रोकी

trackman

जीपीएस बने ट्रेकमैंनों के लिए सुरक्षा की जगह बने समस्या

होशंगाबाद. रेलवे ट्रेक की सुरक्षा के लिए ट्र्रेकमैनों को बांटे गए जीपीएस यंत्र उनके लिए ही परेशानी बन गए हैं। इन जीपीएस यंत्रों में नेटवर्क की समस्या के कारण ट्रेकमैन की लोकेशन दूसरी जगह आने की समस्याएं सामने आ रही हैं। यह समस्या रेलवे के वरिष्ठ अधिकारियों को भी बताई जा चुकी है मगर ट्रेकमैनों की बात को अफसर तवज्जो नहीं दे रहे हैं बल्कि चार्जशीट थमा रहे हैं। होश्ंागाबाद और इटारसी में अब तक कथित तौर पर करीब एक दर्जन ट्रेकमैनों को चार्जशीट थमाई जा चुकी है। उनमें से कुछ का रेलवे पास बंद करने और कुछ की एक वेतनवृद्धि रोकने की भी कार्यवाही हो चुकी है।

यह आ रही समस्या :

टे्रकमैनों को जो जीपीएस मशीन दी गई है उसमें सिम डाली जाती है। इसी सिम के माध्यम से जीपीएस यंत्र काम करता है। यह सिम ट्रेकमैन के पास के टॉवर की जगह दूसरे टॉवर से नेटवर्क पकड़ लेती है। ट्रेकमैन जिस सेक्शन में होता है जीपीएस पर वह लोकेशन की जगह करीब 200 स 300 मीटर दूर किसी अन्य स्थान की लोकेशन ट्रेस होती है। ट्रेकमैनों के लिए यह सिम और नेटवर्क सबसे बड़ी समस्या बन रहा है।
एक दर्जन को मिली चार्जशीट :

लोकेशन की इस गड़बड़ी के कारण इटारसी में करीब 8 से 10 और होशंगाबाद में 5-6 ट्रेकमैनों को चार्जशीट मिल चुकी है। कुछ कर्मचारियों को मिली हुई चार्जशीट कैंसिल हो गई है और कुछ पर रेलवे पास बंद करने व वेतनवृद्धि रोकने जैसी कार्यवाही हो चुकी है।
पीएनएम में उठाया मामला :

जीपीएस यंत्र में नेटवर्क की समस्या से गलत लोकेशन ट्रेस होने और कर्मचारियों को दोषी ठहराने का मामला पीएनएम की बैठक में कर्मचारी संगठनों ने उठाया था मगर बैठक में अफसरों ने इस तर्क को खारिज कर दिया और जीपीएस यंत्र की रिपोर्ट को ही सही बताकर ट्रेकमैनों के लिए टेंशन बढ़ा दी है।
इंजीनियरिंग शाखा डब्ल्यूसीआरएमएस कार्यकारी अध्यक्ष अर्जुन सिंह ऊंटवार ने बताया कि जीपीएस में नेटवर्क की समस्या से गलत लोकेशन आती है। इसी वजह से कई ट्रेकमैनों को चार्जशीट मिल चुकी है। हमने पीएनएम में इस समस्या को उठाया था मगर वरिष्ठ अधिकारियों ने जीपीएस मशीनों की गड़बड़ी की बात को स्वीकार नहीं किया। इससे ट्रेकमैनों के सामने चिंताजनक स्थिति बन गई है।
जीपीएस के मामले में बस इतना ही कह सकते हैं कि आमतौर पर वह लोकेशन गलत नहीं बताता है। फिर भी यदि इस तरह की दिक्कतें आ रही हैं तो इस बारे में हमें जानकारी नही हैं। संबंधित विभाग से जानकारी लेने के बाद ही कुछ बता पाएंगे।
आईए सिद्दकी, जनसंपर्क अधिकारी भोपाल मंडल
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