सात साल का कोरोना पॉजिटिव बच्चा बोला अम्मी मुझे लेने आ जाओ हार्निया था, हॉटस्पॉट का मरीज होने से इटारसी में नहीं रखा
जीन मोहल्ले के कोरोना संक्रमित बुजुर्ग अहमद को पेट में तकलीफ रहती थी। बेटे साजिद ने बताया वे खाना नहीं खा पा रहे थे। उल्टियां हो जाती थी। इस कारण एंबुलेंस बुलाई। एंबुलेंस उन्हें अस्पताल ले गई। डॉक्टरों ने कोरोना कंटेनमेंट जोन जीन मोहल्ला का मरीज होने से होशंगाबाद रैफर करने को कहा। हमने लिखकर दिया कि होशंगाबाद नहीं जाना फिर भी रैफर कर दिया। होशंगाबाद में दो दिन इलाज चलने से पिता की पेट की तकलीफ काफी कम हो गई है। एक पखवाड़े तक चिरायु में भर्ती रहे लेकिन हार्निया का ऑपरेशन करने कि जरूरत नहीं पड़ी सिर्फ कोरोना का इलाज चला। कोरोना कैसे हो गया मालूम नहीं।
जीन मोहल्ले के कोरोना संक्रमित बुजुर्ग अहमद को पेट में तकलीफ रहती थी। बेटे साजिद ने बताया वे खाना नहीं खा पा रहे थे। उल्टियां हो जाती थी। इस कारण एंबुलेंस बुलाई। एंबुलेंस उन्हें अस्पताल ले गई। डॉक्टरों ने कोरोना कंटेनमेंट जोन जीन मोहल्ला का मरीज होने से होशंगाबाद रैफर करने को कहा। हमने लिखकर दिया कि होशंगाबाद नहीं जाना फिर भी रैफर कर दिया। होशंगाबाद में दो दिन इलाज चलने से पिता की पेट की तकलीफ काफी कम हो गई है। एक पखवाड़े तक चिरायु में भर्ती रहे लेकिन हार्निया का ऑपरेशन करने कि जरूरत नहीं पड़ी सिर्फ कोरोना का इलाज चला। कोरोना कैसे हो गया मालूम नहीं।
मप्र के इस शहर में खुले बाजार, सोमवार को मिलेगा इलेक्ट्रिक सामान, मंगल को किराना…देखें बाकी दिन की सूची कोरोना पॉजिटिव पोते की हालत में लगातार सुध
इस परिवार में दो सदस्य कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं। अहमद के बेटे साजिद के अनुसार- परिवार में 65 वर्षीय मां, पत्नी, मैं खुद और ससुराल से लॉक डाउन के पहले आई बेटी और ढाई माह का बेटा है। इन सबकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इरफान की हालत में सुधार है। रोज घर पर बात करता है।
इस परिवार में दो सदस्य कोविड पॉजिटिव हो चुके हैं। अहमद के बेटे साजिद के अनुसार- परिवार में 65 वर्षीय मां, पत्नी, मैं खुद और ससुराल से लॉक डाउन के पहले आई बेटी और ढाई माह का बेटा है। इन सबकी जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। इरफान की हालत में सुधार है। रोज घर पर बात करता है।
तीन संक्रमित मरीज बचे
मंगलवार को एक और कोरोना पॉजिटिव मरीज स्वस्थ्य होकर घर लौटा। अब जिले में 3 ही संक्रमित मरीज बचे हैं। जिसमें से 2 मरीज पवारखेड़ा सेंटर में भर्ती हैं। वहीं एक मरीज का उपचार इटारसी अस्पताल में चल रहा है। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार कुछ दिनों में जिला कोरोना मुक्त हो जाएगा। अब प्रशासन के पास लॉकडाउन खुलने के बाद इस स्थिति को मैनेज करने की जिम्मेदारी होगी। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार भोपाल से जीन मोहल्ला के अहमद अली को वापस भेजा गया है।