scriptOMG: मेरी बीबी को मायके से लाओ, नहीं तो तोड़ दूंगा पीएम आवास | Head ache for PM Housing Scheme Janpad Panchayat | Patrika News
होशंगाबाद

OMG: मेरी बीबी को मायके से लाओ, नहीं तो तोड़ दूंगा पीएम आवास

जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत कलमेशरा में दो दिनों से प्रधानमंत्री आवास योजना का एक हितग्राही ग्रामीणों के लिए आश्चर्य और जपं अधिकारियों

होशंगाबादSep 29, 2017 / 12:55 pm

harinath dwivedi

Head ache for PM Housing Scheme Janpad Panchayat

Head ache for PM Housing Scheme Janpad Panchayat

सोहागपुर. जनपद पंचायत क्षेत्र की ग्राम पंचायत कलमेशरा में दो दिनों से प्रधानमंत्री आवास योजना का एक हितग्राही ग्रामीणों के लिए आश्चर्य और जपं अधिकारियों के लिए सरदर्द का सबब बना हुआ है। हितग्राही योजनांतर्गत 80 फीसदी बन चुका अपना आवास तोडऩे पर उतारू है। उसका कहना है कि जब तक अधिकारी उसकी पत्नि को मायके से नहीं लाते, वह आवास तोड़ता रहेगा।
मामले में ग्राम के लोगों ने हितग्राही मंशाराम पुत्र खुशीलाल अहिरवार को समझाईश भी दी है कि वह आवास न तोड़े, क्योंकि जब दो-चार दिनों में पत्नि का गुस्सा शांत होगा और वह लौटकर आएगी, तो उसे रखेगा कहां। लेकिन मंशाराम है कि मानने को तैयार ही नहीं है। मंगलवार से उसने छत तोडऩे का कार्य प्रारंभ किया था और अब तक वह एक दीवार भी हथौड़े से तोड़ चुका है।
मामले में ग्राम पंचायत सरपंच रामकली बाई, सचिव राजेंद्र सिंह पटेल व जीआरएस विजय कुशवाहा ने मंगलवार रात व बुधवार दिन को मंशाराम को समझाईश भी दी। लेकिन वह मान ही नहीं रहा है। बताया जाता है कि इसके बाद सूचना पर खंड पंचायत अधिकारी ब्रजेश तिवारी भी मौके पर पहुंचकर मंशाराम को समझाईश देने लगे। लेकिन उसने उन्हें साफ इंकार करते हुए लौट जाने को कहा।
समझा रहे हैं…
हम हितग्राही को समझा तो रहे हैं कि वह आवास न तोड़े। नहीं मानेगा तो पुलिस में शासकीय योजना की राशि से बने आवास को क्षति पहुंचाने के मामले में हितग्राही के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराई जाएगी तथा राशि की वसूली भी की जाएगी। पुलिस को पत्र पहुंचाया जा रहा है। -बंदू सूर्यवंशी, सीईओ, जनपद पंचायत सोहागपुर।
पति-पत्नी में हुआ था विवाद
ग्रामीणों के अनुसार गत दिनों मंशाराम व उसकी पत्नी में विवाद हुआ था। इसके बाद पत्नी मायके चली गई। जानकारी अनुसार उसकी पत्नि से भी संपर्क किया गया है तथा उसने जवाब दिया है कि अधिकारी जवाबदारी लेें कि उसका पति मंशाराम नशे में मारपीट नहीं करेगा, तो वह साथ चलेगी। इधर अधिकारी भी परेशान हैं कि कैसे जिम्मेदारी लें। बताया जाता है कि जब पंचायतकर्मी संबंधित मामले में आवेदन लेकर पुलिस थाने पहुंचे तो पुलिस ने आवेदन लेने से इंकार कर दिया तथा कहा कि मामला जपं को पहुंचाएं, तथा वहां से प्रकरण प्रेषित किए जाने के बाद ही कोई कार्रवाई पुलिस द्वारा की जाएगी। बुधवार को जपं सीईओ के नाम सचिव व जीआरएस ने आवेदन दिया है।
मंगलवार रात आवास तोड़ते हितग्राही मंशाराम अहिरवार गोल घेरे में को समझाने पहुंचे ग्रामीण व पंचायतकर्मी।
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