अप-डाउन कर रहा आरबीएसके कोऑर्डिनेटर
बताया जाता है कि आरबीएसके कोऑडर्नेटर जिला मुख्यालय पर नहीं रहा है। एेसे में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार को-ऑर्डिनेटर मुख्यालय पर नहीं रहने के कारण पत्र इशू होने में देरी हुई है। जबकि आरबीएसके को-ऑर्डिनेटर ने बच्चे के परिजनों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो झाड़ फूंक में लगे थे।
बताया जाता है कि आरबीएसके कोऑडर्नेटर जिला मुख्यालय पर नहीं रहा है। एेसे में लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सूत्रों के अनुसार को-ऑर्डिनेटर मुख्यालय पर नहीं रहने के कारण पत्र इशू होने में देरी हुई है। जबकि आरबीएसके को-ऑर्डिनेटर ने बच्चे के परिजनों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो झाड़ फूंक में लगे थे।
सीएमएचओ की कमजोर मॉनिटरिंग
मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी सामने आई है। क्योंकि सीएमएचओ को प्राथमिक जानकारी तक नहीं दी गई है। एेसे में सीएमएचओ की कार्यप्रणाली को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं।
मामले में स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही भी सामने आई है। क्योंकि सीएमएचओ को प्राथमिक जानकारी तक नहीं दी गई है। एेसे में सीएमएचओ की कार्यप्रणाली को लेकर कई सवाल खड़े होते हैं।
इनका कहना है
हम तीन दिन तक परेशान रहे। समय पर पत्र मिलने पर बच्चे की जान बच जाती। विधायक विजयपाल के यहां से फोन लगाने पर हमें ३० अगस्त को लेटर दिया गया। ३१ अगस्त को खंडवा के पास बच्चे ने दम तोड़ दिया। हमें किसी से शिकायत नहीं करनी है, बच्चा हमारे हाथ से चला गया।
– लीलाधर मालवीय, पीडि़त
हम तीन दिन तक परेशान रहे। समय पर पत्र मिलने पर बच्चे की जान बच जाती। विधायक विजयपाल के यहां से फोन लगाने पर हमें ३० अगस्त को लेटर दिया गया। ३१ अगस्त को खंडवा के पास बच्चे ने दम तोड़ दिया। हमें किसी से शिकायत नहीं करनी है, बच्चा हमारे हाथ से चला गया।
– लीलाधर मालवीय, पीडि़त
बच्चे के परिजन झाड़-फूंक में लगे रहे। इसके कारण देरी हुई है। आप बच्चे के परिजनों से बात कर लें।
– विजेंद्र वर्मा, को-ऑर्डिनेटर आरबीएसके होशंगाबाद
अभी बाहर हूं, मुझे एेसे किसी भी प्रकरण की जानकारी ही नहीं दी गई। लौटकर मामले की जांच करवाता हूं।
– डॉ.पीके चतुर्वेदी, सीएमएचओ होशंगाबाद
– विजेंद्र वर्मा, को-ऑर्डिनेटर आरबीएसके होशंगाबाद
अभी बाहर हूं, मुझे एेसे किसी भी प्रकरण की जानकारी ही नहीं दी गई। लौटकर मामले की जांच करवाता हूं।
– डॉ.पीके चतुर्वेदी, सीएमएचओ होशंगाबाद
इस तरह बच्चे की मौत होना दुखद है। आरबीएसके की टीम का काम एेसे बच्चों को खोजना है। मामले की विस्तृत जांच कराई जाएगी। जिसके कारण अनुमति देने में देरी हुई है।
– प्रियंकादास कलेक्टर होशंगाबाद
– प्रियंकादास कलेक्टर होशंगाबाद