विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि व्रत से आरंभ हुआ करवाचैथ अब एक उत्सव के रूप में मनाए जाने लगा है। इस व्रत में इंतजार रहता है आकाश में चंांद के उदित होने का। इसके लिये आधुनिक संचार माध्यमों से अपने शहर में चंद्रमा के उदित होने का समय तो पूर्व से ही मालूम किया जा सकता है। लेकिन चंद ्रदर्शन आपके निवासस्थान की स्थिति के लिये अलग समय पर होता है, क्योंकि आपके निवास के सामने उंची इमारत, वृक्ष आदि की रूकावट हो सकती है।
लेकिन आप आज ही यह गणना कर सकती हैं कि कल वास्तव में आपके घर से चंद-्रदर्शन कितने बजे होंगे।भारत सरकार के विज्ञान की नेशनल अवार्ड विनर विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि इसके लिए आज यानि 16 अक्टूबर को आपके उस स्थान से उदित होते चंद्रमा के समय को देखना है जहां आप कल चंद्र दर्शन करने जा रही हैं। इस समय में आप 41 मिनिट को जोड़ दीजिए। यह आपके लिए चांद को देखने का वास्तविक समय समझ आ जाएगा।
सारिका ने बताया कि वैज्ञानिक तथ्य की जानकारी देते हुए बताया कि चंद्रमा पृथ्वी की परिक्रमा करता हुआ प्रतिदिन इतना आगे निकल जाता है कि उसके सामने पहुंचने के लिये पृथ्वी को औसतन 40 से 45 मिनिट और लगते हैं।सारिका ने बताया कि अगर आप होशंगाबाद में आज 16 अक्टूबर को शाम 7.43 पर होगा जिसमें से 41 मिनिट जोडऩे पर कल करवा चौथ के चांद के दीदार शाम 8.24 पर पूर्व दिशा में होंगे। इस समय शरदपूर्णिमा पर निकले पूरे चंाद का लगभग 88 प्रतिशत भाग दृश्य होगा तथा चांद की दूरी 394229 किमी होगी।
88 प्रतिशत होगी चांद की चमक
शरद पूर्णिमा के दिन चांद रोशनी की चमक 100 प्रतिशत थी। जबकि करवा चौथ पर चांद की चमक 88 प्रतिशत रहेगी। तथा चांद की पृथ्वी से दूरी करीब 3 लाख 94 हजार 229 किमी रहेगी। इसके पहले करीब 3 लाख 60 हजार दूरी पर चंद्रमा की चमक कम होती है।