एसडीएम रवीश श्रीवास्तव ने कहा कि कलेक्टर ने बंगले पर बुलाकर अभद्रता की। वहीं मेरी गाड़ी छीन ली, बिना वारंट मेरा मोबाइल छीनने की कोशिश की। कार्रवाई के लिए क्यों नहीं गया खनिज अमला। 50 डंपर रेत स्टॉक पर खड़े थे। कलेक्टर ने कार्रवाई के बीच बंगले पर बुला लिया था। वहां करीब 3 घंटे तक मुझे बंधक बनाकर रखा।
एसडीएम बोले जब प्रदेश भर में खनिज की रॉयल्टी बन्द हैं फिर होशंगाबाद में 8 रेत स्टॉक को अनुमति क्यों दी गई। इन अनुमति को भी प्रदूषण नियंत्रण ने निरस्त कर दिया। उन्होंने कहा कि आफिसर्स क्लब की 45 करोड़ कीमत की जमीन मामले की फाइल मुझसे बिना रिसीविंग के मांगी गई। फ़ाइल से कोई कागज हटा तो इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी।
कलेक्टर शीलेन्द्र सिंह बोले – क्या कलेक्टर एसडीएम को बंगले नहीं बुला सकते, यह भी ऑफिस ही है अवैध रेत उत्खनन के खिलाफ कार्रवाई के लिए 7 तारीख को निर्देश दिए थे, बताएं कितनी कार्रवाई की। दरअसल एक फ़ाइल के लिए उन्हें बुलाया गया था जो उन्होंने नहीं दी थी।