नए डिजाइन में बनेगा ओवर ब्रिज, पहले बनेगी सर्विस रोड- होशंगाबाद-इटारसी रेलखण्ड के लेवल क्रासिंग 231 के किमी 755/6-8 रसूलिया डबल फाटक नए डिजाइन में ओवर ब्रिज का निर्माण होगा। निर्माण के पहले चरण में सर्विस रोड बनेगी। प्रदेश शासन ने प्रशासकीय स्वीकृति जारी करते हुए सड़क हिस्से के ब्रिज के लिए 23.23 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की है। इस कार्य में रेलवे लाइन के ऊपर बनने वाले ब्रिज का निर्माण रेलवे विभाग द्वारा किया जाएगा, जिस पर अनुमानित 10 करोड़ रुपए का वित्तीय भार आयेगा, जो प्रदेश शासन द्वारा स्वीकृत राशि के अतिरिक्त होगा। यह अतिरिक्त व्ययभार रेलवे विभाग वहन करेगा। ओवर ब्रिज के साथ ही रेलवे अण्डरब्रिज का निर्माण भी शामिल है। रेलवे ब्रिज का निर्माण कार्य 18 महीनों में मेसर्स पुनीत चढ्डा भोपाल द्वारा किया जाएगा।
इसलिए हो रही थी ओवर ब्रिज में देरी- केन्द्र सरकार के निर्देशों के अनुसार राष्ट्रीय राजमार्गों पर बननेे वाले ओवरब्रिज का निर्माण सिर्फ राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण भारत सरकार द्वारा ही किया जाता है। इस संबंध में जुलाई 2017 में विस अध्यक्ष डॉ. शर्मा ने केन्द्रीय भू-तल परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के कक्ष में अधिकारियों को अवगत कराया था कि वर्तमान राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-69, जिस पर यह ओवर ब्रिज बनना है उसके स्थान पर करोड़ों रूपयों की लागत से बुदनी-होशंगाबाद-इटारसी को बायपास करते हुए नवीन राष्ट्रीय राजमार्ग प्रस्तावित है। नया मार्ग बनने से वर्तमान मार्ग राष्ट्रीय राजमार्ग की श्रेणी में नहीं रहेगा। इसके बाद तत्काल भू-तल परिवहन मंत्रालय द्वारा निर्माण की अनुमति दी गई। इसके बाद डॉ. शर्मा ने जनवरी,2018 में नई दिल्ली में रेलवे और कोयला मंत्री पीयूष गोयल से मुलाकात कर आरओबी के निर्माण हेतु आउट ऑफ टर्म अनुमति देने का अनुरोध किया। इसके बाद 3 जनवरी 2018 को केन्द्रीय रेल मंत्री द्वारा आउट ऑफ टर्म आरओबी के निर्माण की अनुमति जारी की गई ।
पूर्व मंत्री सरताज को लेकर गरमाई राजनीति- ब्रिज निर्माण का भूमिपूजन दोपहर 2 बजे गीता भवन में विस अध्यक्ष डॉ. सीतासरन शर्मा, पीडब्ल्यूडी मंत्री रामपाल सिंह, प्रभारी मंत्री जालम सिंह पटेल, सांसद उदय प्रताप सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि करेंगे। कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री एवं सिवनी मालवा विधायक सरताज सिंह का नाम नहीं है। सिंह को आमंत्रित नहीं करने से भाजपा में राजनीति गरमा गई है। पीडब्ल्यूडी सेतू निगम के अधिकारी उन्हें बुलाने व आमंत्रण पत्र में नाम छापना ही भूल गई। इसके पीछे नेताओं की आपसी खींचतान बताई जा रही है। जबकि ब्रिज की सौगात में सरताज सिंह के प्रयास रहे हैं। कार्यक्रम में सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह भी को भी नहीं बुलाया गया है। कार्यक्रम में पूर्व मंत्री मधुकर राव हर्णे, जिपं अध्यक्ष कुुशल पटैल, भाजपा जिलाध्यक्ष हरिशंकर जायसवाल, कविता शम्भूसिंह भाटी, भरतसिंह राजपूत, अखिलेश खण्डेलवाल, सुधा अग्रवाल, संगीता सोलंकी एवं पीयूष शर्मा आमंत्रित किए गए हैं।