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शासन की स्वीकृति में दो साल से अटका छात्रावास भवन निर्माण

locationहोशंगाबादPublished: Feb 11, 2020 02:13:30 pm

Submitted by:

rakesh malviya

जर्जर होने पर विभाग ने बालागंज पोस्ट मेट्रिक छात्रावास के बच्चों को किया शिफ्ट

शासन की स्वीकृति में दो साल से अटका छात्रावास भवन निर्माण

शासन की स्वीकृति में दो साल से अटका छात्रावास भवन निर्माण

होशंगाबाद. बालागंज स्थित पोस्ट मेट्रिक छात्रावास के ५० विद्यार्थी दो साल से नए भवन का इंतजार कर रहे हैं। छात्रावास का भवन जर्जर होने से विभाग ने इसे खाली करा दिया और जुमेराती में एक किराए के भवन में छात्रावास संचालित किया जा रहा है। मप्र अनुसूचित जाति विकास विभाग के आयुक्त ने जून 2017 को आदेश जारी कर छात्रावास को खाली कर नए किराए के भवन में संचालित करने के निर्देश दिए थे। इसके बाद विभाग ने बच्चों को शिफ्ट किया था। हालांकि दो साल से शासन की स्वीकृति नहीं मिलने से छात्रावास भवन का निर्माण नहीं हो पा रहा है। वहीं विद्यार्थियों की संख्या अधिक होने से विभाग को भी नया भवन लेने में फजीहत का सामना करना पड़ता है।

बार-बार बदलना पड़ रहा आशियाना
विभाग ने 50 बालकों के ठहरने के लिए किराए के भवन की व्यवस्था की है। हालांकि विभाग द्वारा निर्धारित मापदंड के तहत भवन में 10 बाथरूम, 10 शौचालय, स्वयं का बोरवेल, बड़ा किचन, स्टोर रूम और थ्री फेस मीटर होना जरूरी है। शासन के नियमों के तहत भवन न मिलने से छात्रावास भी बार-बार बदलना पड़ता है। जिले में 13 छात्रावासों का यही हाल बालागंज पोस्ट मेट्रिक छात्रावास के साथ ही जिले के 13 छात्रावासों की यही स्थिति है। सभी 13 छात्रावास किराए के भवन में संचालित हो रहे हैं। शासन ने वर्ष 2013-14 में थोक में छात्रावास स्वीकृत किए थे जबकि इनके लिए भवन की स्वीकृति नहीं दी।

इनका कहना
शासन ने अभी तक नए भवन की स्वीकृति नहीं दी है। स्वीकृति मिलने के बाद ही निर्माण शुरू हो पाएगा। अभी किराए के भवन में छात्रावास संचालित किया जा रहा है।
चंद्रकांता सिंह, सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास

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