नाव घाट पर भरा रहे अवैध रेत के ट्रैक्टर ट्राली
इसी तरह शमशाबाद, गोयत, लछोरा सहित नर्मदा किनारे स्थित घाटों पर अवैध रेत का कारोबार चल रहा है। ओवरलोड डंपरो को पकडऩे की बजाए प्रशासन को अवैध उत्खनन पर ही रोक लगानी चाहिए लेकिन अधिकारी कोई कारवाई नहीं कर रहे हैं। छिपानेर नाव घाट पर भी मजदूरों द्वारा नाव के माध्यम से बीच नर्मदा में जाकर पानी के अंदर से रेत निकालकर ट्रैक्टर ट्राली से ढोई जा रही है। समाजसेवी छोटे पटेल ने बताया कि नाव घाट पर अवैध रेत का कारोबार जमकर चल रहा है। अवैध रेत उत्खनन कर नर्मदा किनारे के गांवों में रेत का ढेर लगाया जा रहा है।
इसी तरह शमशाबाद, गोयत, लछोरा सहित नर्मदा किनारे स्थित घाटों पर अवैध रेत का कारोबार चल रहा है। ओवरलोड डंपरो को पकडऩे की बजाए प्रशासन को अवैध उत्खनन पर ही रोक लगानी चाहिए लेकिन अधिकारी कोई कारवाई नहीं कर रहे हैं। छिपानेर नाव घाट पर भी मजदूरों द्वारा नाव के माध्यम से बीच नर्मदा में जाकर पानी के अंदर से रेत निकालकर ट्रैक्टर ट्राली से ढोई जा रही है। समाजसेवी छोटे पटेल ने बताया कि नाव घाट पर अवैध रेत का कारोबार जमकर चल रहा है। अवैध रेत उत्खनन कर नर्मदा किनारे के गांवों में रेत का ढेर लगाया जा रहा है।
जीवों पर संकट, बढ़ गया डूब का खतरा
पानी से रेत निकालने पर जलीय जीवों पर भी संकट मंडराने लगा है। कई घाटों पर जलीय जीवों की मौत हो रही है, जिनके शव घाटों पर देखे जा सकते हैं। इसके बाद भी विभाग कार्रवाई करने से बच रहा है। नर्मदा किनारे गांवों में रहने वाले लोगों का कहना है कि नर्मदा में अवैध उत्खनन के चलते उनके गांवों में बारिश के दिनों में डूब का खतरा बढ़ गया है। नर्मदा किनारे गांवों में हर साल बारिश के दिनों में बाढ़ भराने का दायरा बढ़ता जा रहा है।
पानी से रेत निकालने पर जलीय जीवों पर भी संकट मंडराने लगा है। कई घाटों पर जलीय जीवों की मौत हो रही है, जिनके शव घाटों पर देखे जा सकते हैं। इसके बाद भी विभाग कार्रवाई करने से बच रहा है। नर्मदा किनारे गांवों में रहने वाले लोगों का कहना है कि नर्मदा में अवैध उत्खनन के चलते उनके गांवों में बारिश के दिनों में डूब का खतरा बढ़ गया है। नर्मदा किनारे गांवों में हर साल बारिश के दिनों में बाढ़ भराने का दायरा बढ़ता जा रहा है।
मनमाने दाम पर बेच रहे रेत
चोरी की रेत भी मनमाने दाम पर बेची जा रही है। इससे रेत माफिया बड़ा मुनाफा कमा रहे हैं। जनता और शासन को हो रहे नुकसान की चिंता किसी को नहीं है। यही कारण है कि विभाग माफियाओं पर कार्रवाई करने से बच रहा है। विभाग सीधे तौर पर रेत माफियाओं को लाभ पहुंचाता दिख रहा है।
चोरी की रेत भी मनमाने दाम पर बेची जा रही है। इससे रेत माफिया बड़ा मुनाफा कमा रहे हैं। जनता और शासन को हो रहे नुकसान की चिंता किसी को नहीं है। यही कारण है कि विभाग माफियाओं पर कार्रवाई करने से बच रहा है। विभाग सीधे तौर पर रेत माफियाओं को लाभ पहुंचाता दिख रहा है।
इनका कहना है-
– अवैध उत्खनन पर तुंरत कार्रवाई करेंगे। माइनिंग इंस्पेक्टर को मौके पर भेजकर जांच कराएंगे।
जेपी सैयाम, एसडीएम, टिमरनी
– अवैध उत्खनन पर तुंरत कार्रवाई करेंगे। माइनिंग इंस्पेक्टर को मौके पर भेजकर जांच कराएंगे।
जेपी सैयाम, एसडीएम, टिमरनी