संदेह के घेरे में एक दिन में ही दो दर्जन अनुमतियां : तत्कालीन कलेक्टर सक्सेना व्दारा 9 मार्च को कुछ ही घंटों में दो दर्जन से अधिक रेत स्टॉक व्यवसाय की दी गई अनुमतियां संदेह और जांच के घेरे में आ गई है। विभागीय सूत्रों की मानें तो जिन्हें अनुमतियां मिली है, वे होशंगाबाद, इटारसी, बुदनी सहित इंदौर, दिल्ली, ग्वालियर, भिंड और भोपाल के नए कारोबारी हैं। अनुमति वाले जो नाम सामने आए हैं, उनमें भिंड के सोनू तिवारी, इटारसी के चंद्रशेखर चौधरी, आशीष बरखने, मोनू धुर्वे, राजेश मेहतो, राहुल चौहान, होशंगाबाद के मनीष चौरे, गोपीकिशन जाट, दीपक तिवारी, सुमित्रा तिवारी, ऋषि कुमार तिवारी, मेसर्स ए एंड ए, बुदनी (सीहोर) के नांदनेर के मल्लू सिंह राजपूत, भोपाल के केदार सिंह कुशवाह, परमजीत सिंह, राजीव स्वरूप, सिवनीमालवा के संजीवन रघुवंशी, बनखेड़ी के दीनदयाल तिलन्थे, राजकुुमार अहिरवार, दिल्ली के विनोद कुमार, बाबई के अनुज कुमार सोनी, इंदौर के अविनाश शर्मा, कंवलजीत सिंह भुल्लर आदि शामिल बताए जाते हैं। विभागीय तौर पर इनकी पुष्टि नहीं की जा रही है।
रेत खदान एसोसिएशन ने की है पीएस से शिकायत : पिछले दिनों वैध रेत खदान एसोसिएशन के सदस्यों ने भोपाल में खनिज विभाग के प्रमुख सचिव से स्टॉकों को दी जा रही परमिशन को लेकर शिकायतें की थी। सदस्यों का कहना था कि उन्होंने करोड़ों रुपए जमा कर खदानें ली है, एडवांस में किश्तें भी जमा कर रहे हैं, लेकिन मात्र 10 हजार रुपए में स्टॉकों की परमिशन देने से खदान व्यवसाय ठप्प हो रहा है। इससे किश्तें भरना भी मुश्किल हो जाएगा। स्टॉकों की अनुमतियों को निरस्त किए जाने की मांग की गई थी।
रेत खदान एसोसिएशन ने की है पीएस से शिकायत : पिछले दिनों वैध रेत खदान एसोसिएशन के सदस्यों ने भोपाल में खनिज विभाग के प्रमुख सचिव से स्टॉकों को दी जा रही परमिशन को लेकर शिकायतें की थी। सदस्यों का कहना था कि उन्होंने करोड़ों रुपए जमा कर खदानें ली है, एडवांस में किश्तें भी जमा कर रहे हैं, लेकिन मात्र 10 हजार रुपए में स्टॉकों की परमिशन देने से खदान व्यवसाय ठप्प हो रहा है। इससे किश्तें भरना भी मुश्किल हो जाएगा। स्टॉकों की अनुमतियों को निरस्त किए जाने की मांग की गई थी।
यहां स्टाक की आड़ में चल रहा अवैध खनन
आंचलखेड़ा. इन दिनों बाबई ग्राम मनवाड़ा में रेत स्टाक की आड़ में तवा नदी से रेत की चोरी और अवैध खनन किया जा रहा है, जबकि मनवाड़ा खदान ही स्वीकृत नहीं है। यहां पर प्रतिदिन दर्जनों ट्रेक्टर-ट्रॉली से स्टाक की आड़ में नदी से अवैध उत्खनन हो रहा है और यह सब कुछ प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा है। यहां रेत स्टाक पर किसी मेसर्स एसोसिएटेड कामर्स के नाम का रेत स्टाक के लिए बोर्ड लगा हुआ है लेकिन यहां पर मनवाड़ा के रकबेे से ही रेत का खनन किया जा रहा है, जिसकी लिखित शिकायत गांव के लोगों ने आला अधिकारियों से की गई है। पटवारी मुरारी पटेल ने बताया कि रेत स्टाक कहां से हो रहा उन्होंने नहीं मालूम।
आंचलखेड़ा. इन दिनों बाबई ग्राम मनवाड़ा में रेत स्टाक की आड़ में तवा नदी से रेत की चोरी और अवैध खनन किया जा रहा है, जबकि मनवाड़ा खदान ही स्वीकृत नहीं है। यहां पर प्रतिदिन दर्जनों ट्रेक्टर-ट्रॉली से स्टाक की आड़ में नदी से अवैध उत्खनन हो रहा है और यह सब कुछ प्रशासन की नाक के नीचे चल रहा है। यहां रेत स्टाक पर किसी मेसर्स एसोसिएटेड कामर्स के नाम का रेत स्टाक के लिए बोर्ड लगा हुआ है लेकिन यहां पर मनवाड़ा के रकबेे से ही रेत का खनन किया जा रहा है, जिसकी लिखित शिकायत गांव के लोगों ने आला अधिकारियों से की गई है। पटवारी मुरारी पटेल ने बताया कि रेत स्टाक कहां से हो रहा उन्होंने नहीं मालूम।