scriptधूमधाम से हुआ विसर्जन, गणपति बप्पा के रंग में रंगी नगरी | Immersion caused by pomp, city painted in the color of Ganpati Bappa | Patrika News

धूमधाम से हुआ विसर्जन, गणपति बप्पा के रंग में रंगी नगरी

locationहोशंगाबादPublished: Sep 12, 2019 11:36:13 pm

Submitted by:

yashwant janoriya

विसर्जन के लिए जेसीबी पर निकली अधिकांश बड़ी प्रतिमाएं

ganpati visarjan

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मुलताई. नगर में गणेश प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए जेसीबी मशीन से ले जाने की परंपरा बन गई है इसलिए अधिकांश बड़ी प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए जेसीबी मशीन से ही ले जाया गया। इसकी शुरूआत सर्वप्रथम बसस्टेंड गणेश मंडल द्वारा की गई जिन्होने वर्षों पूर्व जेसीबी मशीन पर गणेश प्रतिमा को रखकर पूरे नगर में घुमाया था जिसके बाद प्रतिमा को विसर्जित किया गया था। सभी मंडलों द्वारा जेसीबी मशीन से ही गणेश प्रतिमाओं को विसर्जित करने ले जाया जा रहा है।
गुरूवार पवित्र नगरी में गणेश विसर्जन की धूम रही जिसमें अधिकांश प्रतिमाओं को जेसीबी पर ही बैठाकर विसर्जन स्थल ले जाया गया। इसके अलावा छोटी प्रतिमाओं को कहीं सिर पर बैठाकर कहीं ट्रेक्टर ट्राली तो कहीं मिनी मेटाडोर में रखकर विसर्जन स्थल ले जाया गया। इस दौरान श्रद्धालुओं द्वारा गाजे-बाजे तथा डीजे पर जमकर नृत्य भी किया गया वहीं महिलाएं भी विसर्जन में पीछे नही रही और डीजे पर गरबा एवं डांडिया भी किया। सुबह से ही विजर्सन प्रारंभ हो गया जो देर रात तक चलता रहा।
बूकाखेड़ी पर पूरे दिन रही भारी भीड़ : बारिश के कारण अधिकांश प्रतिमाओं का विसर्जन दिन में ही हुआ इसलिए बूकाखेड़ी बांध स्थल पर पूरे दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ बनी रही। नगर सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों से भी बांध स्थल पर विसर्जन के लिए प्रतिमाएं पहुंचती रही जिससे विसर्जन स्थल पर चहल पहल रही। इस दौरान छोटी प्रतिमाओं को वहां बनाए गए कुंड में विसर्जित किया गया वहीं मंझोले तथा बड़े कद की प्रतिमाओं को बांध पर मौजूद बेड़े में बिठाकर विसर्जित किया गया।
घरों में भी डब में हुआ प्रतिमाओं का विसर्जन : लोगों की पर्यावरण के प्रति जागरूकता के चलते अधिकांश लोगों ने घरों में ही डब में छोटी प्रतिमाओं का विसर्जन किया गया। घरों में प्रतिमा विसर्जन की पहल नगर के जागरूक अनुसया सेवा संगठन की पहल पर हुआ जिसके द्वारा घरों-घर जाकर लोगों को जागरूक किया गया।
ताप्ती तट पर प्रतिमाओं का पूजन : विसर्जन स्थल ले जाने के पूर्व ताप्ती तट पर गणेश प्रतिमाओं का विधि-विधान से पूजन हुआ तथा आरती के उपरांत मां ताप्ती का पवित्र जल छिड़ककर प्रतिमाओं को विसर्जन के लिए रवाना किया गया। इस दौरान नपा द्वारा विसर्जन के लिए वाहनों की भी व्यवस्था की गई जिसमें छोटी बड़ी प्रतिमाओं को एक साथ विसर्जन स्थल तक लाया गया।

गणपति बप्पा मोरया से गूंजा विसर्जन स्थल, गाजे-बाजे के साथ दी विदाई
सारनी. अनंत चर्तुदशी पर भगवान गणेश की पूजन के पश्चात प्रतिमा का विसर्जन धूमधाम से किया गया। इस मौके पर जगह-जगह चल समारोह निकाला गया। जिसमें सैकड़ों भक्तों ने गाजे-बाजे के साथ भगवान गणेश को विदाई दी। इस दौरान गणपति बप्पा बोरया के जयकारें गूंजते रहे। नृत्य करते हुए चल समारोह में शामिल समिति के सदस्य आकर्षण का केंद्र रहे। सारनी, पाथाखेड़ा, शोभापुर और बगडोना क्षेत्र में लगभग 42 स्थानों पर सार्वजनिक गणेश प्रतिमा की स्थापना की गई थी। अनंत चर्तुदशी पर सभी सार्वजनिक पंडालों और घरों में विराजी गई मूर्तियों का विसर्जन नदी में कड़ी सुरक्षा के बीच किया गया। मोरडोंगरी रोड सारनी में एक ट्रक फंस जाने से करीब एक घंटे तक जाम लगा रहा। जिससे मूर्ति विसर्जन करने जाने व लौटने वालों को जाम में फंसा रहना पड़ा। मूर्ति विसर्जन स्थल पर प्रशासन के निर्देशानुसार नगरपालिका परिषद सारनी द्वारा उचित व्यवस्था की गई थी। राजडोह नदी पर नपा द्वारा बिजली, पानी, गोताखोर, लाउड स्पीकर, पार्किंग, स्वच्छता के अलावा समतलीकरण के कार्य किए गए।वहीं छठघाट पर भी कुंड और गोताखोर की व्यवस्था की गई थी। बावजूद इसके समितियों द्वारा विराजी गई बड़ी मूर्ति नदी में विसर्जित की गई।मूर्ति विसर्जन स्थल पर पूरे समय पुलिस बल और गोताखोर तैनात रहे। औद्योगिक नगरी व आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की मूर्तियों का सर्वाधिक विसर्जन राजडोह नदी, छठ घाट, नांदिया घाट, मोरडोंगरी, विक्रमपुर, देवना, धाराखोह, तेलियाडोह, तवा-टू रपटा पर किया गया।

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