scriptस्कूल में इस कार्यक्रम का पालन नहीं किया तो रुकेगी वेतन वृद्धि | Implement efficiency programs in schools | Patrika News
होशंगाबाद

स्कूल में इस कार्यक्रम का पालन नहीं किया तो रुकेगी वेतन वृद्धि

शालाओं में दक्षता कार्यक्रमों का क्रियान्वयन नहीं तो रोकें वेतन वृद्धि

होशंगाबादAug 13, 2019 / 01:16 pm

sandeep nayak

eduction

eduction

इटारसी। राज्य शिक्षा केंद्र की आयुक्त जयश्री क्रियावत ने सभी डीपीसी को निर्देश दिए कि आपके क्षेत्र की शालाओं में दक्षता कार्यक्रमों का क्रियान्वयन नहीं हो रहा, तो शिक्षकों की वेतन वृद्धि तत्काल रोक दी जाए। इस संबंध में दक्षता अवलोकन के लिए बनी टीमों से रोजाना रिपोर्ट लें। टीमें स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण करें।
आदेश में कहा गया कि जिले की सभी शालाओं में राज्य शिक्षा केंद्र ने इस साल रिजल्ट सुधारने के लिए कक्षा एक से आठ तक के लिए दक्षता सुधारने चरणबद्ध कार्यक्रम बनाए हैं, जिसमें शिक्षकों को 15-16 बिंदुओं पर कार्यक्रम करवाने हैं। निर्देश में कहा गया कि जो छात्र जिस समूह का है उसकी वर्क बुक उसी दक्षता अनुरूप भरवाई जाए। रूल-वर्क बुक भरवाने के लिए टीचर हैंड बुक का प्रयोग करे।

छात्रों से भरवाए वर्कबुक : इसी तरह कोई भी गतिविधि उपरांत ही वर्कबुक छात्र से ही भरवाएं। वर्कबुक में गलतियों पर लाल पेन से गोला बनाकर सुधारे। इसके पास शिक्षक कमेंट लिखे। साथ ही शिक्षक, पालक के हस्ताक्षर और दिनांक लिखी भी लिखी जाए।
कंट्रोलरूम से आएगा कॉल, रिसीव नहीं किया तो मानेंगे अनुपस्थित
निर्देश में यह भी कहा गया कि राज्य शिक्षा केंद्र के कंट्रोल रूम कॉल सेंटर से सुबह 10.30 से 4.45 के बीच कभी भी अचानक शिक्षकीय स्टॉफ या प्रभारी के रजिस्टर्ड मोबाइल पर कॉल कर सकते है। कॉल रिसीव नहीं करने पर शिक्षक को अनुपस्थित माना जाएगा। रिसीव करने पर छात्रों से बात भी करवाना होगी। इसी प्रकार का कंट्रोलरूम बीआरसी लेवल पर है, जो रेंडमली कॉल कर जानकारी रजिस्टर पर रिकार्ड कर वरिष्ठ कार्यालय को सूचित करेगा।
15 सितंबर तक लगाए चार कालखंड
बूस्टर कार्यक्रम अंतर्गत 15 सितम्बर तक 4 कालखंड लगाने की बात कही गई है। प्रत्येक 15 दिवस में बच्चों को ट्रैक कर ट्रेकर शीट पर चिन्हित कर दिनांक लिखने के निर्देश दिए हैं। बच्चों को दक्षता उनन्यन के पाठ्यक्रम भी कराना होगा। साथ ही होमवर्क, मासिक मूल्यांकन नियमानुसार, शालाओं में टीचर हैंड बुक उपलब्ध रहे। आदेश में कहा कि लर्निंग आउटकम्स के पोस्टर जो 2 साल से पूर्व दिए गए थे, वह निकाल कर सुरक्षित दिखाई देने वाले स्थान पर लगाएं। जिस कक्षा/विषय का लर्निंग आउटकम्स, उसके अनुसार शिक्षण करावे।
स्कूल में कक्षा अध्यापन सभी की जिम्मेदारी
डीपीसी ने बताया कि कई बार देखने में आया है कि 60-65 बच्चों को एक ही टीचर पढ़ा रहा है। शेष शिक्षक फ्री बैठे रहते हैं। ऐसे में सभी शिक्षकों को कक्षा अध्यापन की जिम्मेदारी लिखित में सौंपे। यदि फिर भी कोई शिक्षक फ्री मिला तो उसके लिए शिक्षक व प्रभारी दोनों को उत्तरदायी माना जावेगा। दोनों की वेतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई होगी। इसके अलावा कोई भी गतिविधि उपरांत ही वर्कबुक छात्र से ही भरवाएं। वर्कबुक में गलतियों पर लाल पेन से गोला बनाकर सुधारे।

अब शालाओं का आकस्मिक निरीक्षण करेगा दल
शालाओं की प्रशासनिक, अकादमिक निरीक्षण के लिए जिला स्तर पर अधिकारियों का दल का गठन हो चुका है। यह दल अचानक किसी भी शाला में पहुंचेंगे। ब्लॉक लेवल पर डीईओ, डीपीसी, संकुल प्राचार्य का दल शाला का औचक निरीक्षण कर ऑन-स्पॉट कार्यवाही/वेतन काटने आदि वैधानिक कार्रवाई तत्काल कर सकते हैं।
&राज्य शिक्षा केंद्र ने दक्षता उन्नयन और बुस्टर कार्यक्रमों को लागू किया है। शिक्षकों को निर्धारित कार्यक्रमों का पालन करना है, अन्यथा उनकी वेतनवृद्धि रोक दी जाएगी।
एसएस पटेल, डीपीसी, होशंगाबाद
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो