आधी रात को जज के घर में घुसा चोर बोला पुलिस को बुलाओ
होशंगाबादPublished: May 31, 2018 06:41:56 pm
भोपाल की चेतना संस्था द्वारा आधी रात के बाद नाटक का हुआ मंचन
नाटकीय घटनाक्रम : आधी रात को जज के घर में घुसा चोर बोला पुलिस को बुलाओ
होशंगाबाद. चोरों द्वारा चोरी करने के उद्देश्य से घरों में घुसने की घटनाएं तो अक्सर सुनने को मिलती हैं। लेकिन कोई चोर यदि किसी घर में घुसकर चोरी करने के बजाए उल्टे फोन करके पुलिस को बुलाने की बात कहे तो यह आश्चर्य करने वाली बात होती है और वह भी किसी जज के घर में घुसे चोर द्वारा की जाए तो यह और भी ज्यादा चौंकाने वाली घटना होती है। लेकिन यह सब देखने को मिला बुधवार की रात स्थानीय नर्मदा कॉलेज में आयोजित रंग महोत्सव के दौरान। जब भोपाल की चेतना संस्था द्वारा आधी रात के बाद नाटक का मंचन किया गया। आशीष श्रीवास्तव द्वारा निर्देशित नाटक हमारी न्याय व्यवस्था पर कटाक्ष करता है कि कैसे छोटेे अपराधियों को सजा दिलाने के लिए तो हमारी न्याय व्यवस्था तत्पर रहती है किन्तु बड़े अपराधी जो करोड़ों का गबन करते हैं या लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं उन पर कानून का लंबा हाथ नहीं पहुंचता। नाटक के दौरान आधी रात के समय एक चोर जज के घर में जल्दी से जल्दी जेल जाने के मकसद से घुसता है और जज से पुलिस को फोन करके बुलाने का आग्रह करता है। जज के घर का फोन डेड होने का कारण दोनों के बीच काफी देर तक बातचीत होती है। चोर अपने चोरी के किस्से और अनुभव बताता है।
किस्से और अनुभव इतने रोचक होते हैं कि जज चोर के व्यक्तित्व से प्रभावित हो जाता हैं। नाटक के अंत में चोर जज के घर में घुसने का असली कारण, उसके पास मौजूद पत्रकार की हत्या और मुम्बई की चाल की आग के सबूत जज को दिखाता है और उन्ही सबूतों के साथ पुलिस कार्रवाई करती है। 1981 में लिखा गया शंकर शेष का यह नाटक काफी रोचक है। केवल 2 पात्रों के होने के पश्चात भी नाटक दर्शकों को बांधे रखता है। बुधवार को महोत्सव के दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष कपिल फौजदार, भाजपा जिला मंत्री राममोहन राजपूत और वरिष्ठ रंगकर्मी कमलेश सक्सेना अतिथियों के रूप में मौजूद थे। मंच पर जज की भूमिका में दिनेश नायर, चोर बने राजीव श्रीवास्तव एवं पत्रकार का अभिनय रमेश अहीरे ने किया।