जा रहे हैं सोने की खरीददारी करने तो पहले पढ़ें यह खबर
होशंगाबादPublished: Jan 16, 2019 03:14:19 pm
दाम बढऩे से विवाह सीजन में व्यवसाय पर असर के हालात
सोना हुआ तैंतीस हजारी, सात साल में दूसरी बार बढ़े दाम, कारण जानने के लिए पढ़े पूरी खबर
होशंगाबाद. शादियों का सीजन शुरू होने वाला है। सराफा कारोबार में विवाह मुहुर्त के आने की उम्मीद पाले बैठे सराफा कारोबारियों की चिंता बढ़ गई है। सोने का दाम मंगलवार को 33 हजार रुपए से ज्यादा होने के कारण सराफा कारोबार सकते में है। सराफा व्यवसासियों को लगातार बढ़ रहे सोने के दामों से विवाह मुहुर्त के इस सीजन में व्यवसाय में नुकसान होने के हालात नजर आने लगे हैं।
सात साल बाद दूसरी बार हुआ सर्वाधिक दाम
सराफा बाजार में सोने के दाम पिछले कुछ दिनों से लगातार बढ़ रहे थे। सोमवार १४ जनवरी को सोने का दाम ३२ हजार ८०० रुपए रहा। मंगलवार को दाम ने उछाल मारी और ३३ हजार ५२९ रुपए पहुंच गया। सोने का सर्वाधिक दाम सात साल पहले वर्ष २०१२ में आया था। उस वक्त सोना ३१ हजार रुपए प्रति १० ग्राम बाजार में बिका था। सात साल के लंबे अंतराल के बाद अब सोने का दाम तीसरी बार सर्वाधिक हुआ है।
ठोस कारण से अनजान : इटारसी जिले में सराफा कारोबार का सबसे बड़ा केंद्र है। शहर में करीब ४८ सराफा दुकानें हैं। होशंगाबाद शहर में करीब ३५ सराफा दुकानें हैं। इन सभी पर इस समय सोने के बढ़ रहे दाम चिंता के विषय बने हुए हैं। सराफा कारोबार में सोने के दाम के दूसरी बार इतनी ऊंचाई पर जाने का कारण सराफा कारोबार से जुड़े लोग भी नहीं बता पा रहे हैं। कोई अंतर्राष्ट्रीय बाजार में तेजी के कारण दाम बढऩा बता रहा है तो कोई डिमांड बढऩे और बाजार में माल की कमी होने से दाम बढऩे को जोड़ रहा है। सराफा व्यवसाय इटारसी संजय गोठी ने बताया कि बाजार में सोने के दाम क्यों बढ़ रहे हैं इसका ठोस कारण नहीं बताया जा सकता है। आमतौर पर सराफा कारोबारी उसे अंतर्राष्ट्रीय बाजार से जोड़कर लेते हैं। विवाह सीजन नजदीक हैं और यदि सोने के दाम इसी तेजी से बढ़ते रहेंगे तो कारोबार पर फर्क आएगा।
कब-क्या रहे दाम
वर्ष – सोने के दाम
२०११ – २६ हजार ४००
२०१२ – ३१ हजार ५०
२०१३ – २६ हजार ६००
२०१४ – २८ हजार ६ रुपए
२०१५ – २६ हजार ३४३
२०१६ – २८ हजार ६२३
२०१७ – २९ हजार ६६७
२०१८ – ३२ हजार ९४१
अध्यक्ष सराफा एसोसिएशन इटारसी यज्ञदत्त गौर का कहना है कि जिले में छोटी बड़ी दुकानें मिलाकर चार सैंकड़ा से ज्यादा दुकानें होंगी। इन पर जल्द ही विवाह मुहुर्त के लिए खरीदारी चालू हो जाएगी। सराफा कारोबारियों को सोने के बढ़ रहे दामों से चिंता हो रही है, क्योंकि उसका सीधा असर व्यवसाय पर आएगा।