scriptशालाओं में दक्षता कार्यक्रमों का क्रियान्वयन नहीं, तो वेतन वृद्धि रोके | Increase in salary if not implementation of efficiency programs school | Patrika News

शालाओं में दक्षता कार्यक्रमों का क्रियान्वयन नहीं, तो वेतन वृद्धि रोके

locationहोशंगाबादPublished: Aug 13, 2019 11:54:28 pm

Submitted by:

yashwant janoriya

– आयुक्त के दिए निर्देश, डीपीसी को दिए सीधे कार्यवाही करने का अधिकार

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इटारसी. राज्य शिक्षा केंद्र की आयुक्त जयश्री क्रियावत ने सभी डीपीसी को निर्देश दिए कि आपके क्षेत्र की शालाओं में दक्षता कार्यक्रमों का क्रियान्वयन नहीं हो रहा, तो शिक्षकों की वेतन वृद्धि तत्काल रोक दिया जाएं। इस संबंध में दक्षता अवलोकन के लिए बनी टीमों से डेली रिपोर्ट लें। टीमें स्कूलों का आकस्मिक निरीक्षण करें। आदेश में कहा गया कि जिले की सभी शालाओं में राज्य शिक्षा केंद्र ने इस साल रिजल्ट सुधारने के लिए कक्षा 1 से 8 तक के लिए दक्षता सुधारने चरणबद्ध कार्यक्रम बनाए हैं, जिसमें शिक्षकों को 15-16 बिंदुओं पर कार्यक्रम करवाने हैं। निर्देश में कहा गया कि जो छात्र जिस समूह का है, उसकी वर्क बुक उसी दक्षता अनुरूप भरवाई जावे। रूल-वर्क बुक भरवाने के लिए टीचर हैंड बुक का प्रयोग करे।
छात्रों से भरवाए वर्कबुक
इसी तरह कोई भी गतिविधि उपरांत ही वर्कबुक छात्र से ही भरवाएं। वर्कबुक में गलतियों पर लाल पेन से गोला बनाकर सुधारे। इसके पास शिक्षक कमेंट लिखे। साथ ही शिक्षक, पालक के हस्ताक्षर व दिनांक लिखी भी भरें।
15 सितंबर तक लगाए चार कालखंड
उन्होंने बताया कि बूस्टर कार्यक्रम अंतर्गत 15 सितम्बर तक 4 कालखंड लगावे। प्रत्येक 15 दिवस में बच्चों को ट्रैक कर ट्रेकर शीट पर चिन्हित करे एवं दिनांक लिखे। बच्चों को दक्षता उनन्यन के पाठ्यक्रम भी करावे। साथ ही होमवर्क, मासिक मूल्यांकन नियमानुसार हो। शालाओं में टीचर हैंड बुक उपलब्ध रहे। लर्निंग आउटकम्स के पोस्टर जो 2 साल से पूर्व दिए गए थे, वह निकाल कर सुरक्षित दिखाई देने वाले स्थान पर लगा देवे। जिस कक्षा/विषय का लर्निंग आउटकम्स, उसके अनुसार शिक्षण करावे।
कक्षा अध्यापन सभी की जिम्मेदारी
डीपीसी ने बताया कि कई बार देखने में आया है कि 60-65 बच्चों को एक ही टीचर पढ़ा रहा है। शेष शिक्षक फ्री बैठे रहते हैं। ऐसे में सभी शिक्षकों को कक्षा अध्यापन की जिम्मेदारी लिखित में सौंपे। यदि फिर भी कोई शिक्षक फ्री मिला तो उसके लिए शिक्षक व प्रभारी दोनों को उत्तरदायी माना जावेगा। दोनों की वतन वृद्धि रोकने की कार्रवाई होगी।
कंट्रोलरूम से आएगा कॉल, रिसीव नहीं किया तो मानेंगे अनुपस्थित
निर्देश में यह भी कहा गया कि राज्य शिक्षा केंद्र के कंट्रोल रूम कॉल सेंटर से सुबह 10.30 से 4.45 के बीच कभी भी अचानक शिक्षकीय स्टॉफ या प्रभारी के रजिस्टर्ड मोबाइल पर कॉल कर सकते है। कॉल रिसीव नहीं करने पर शिक्षक को अनुपस्थित माना जावेगा। रिसीव करने पर छात्रों से बात भी करवाना होगी। इसी प्रकार का कंट्रोलरूम बीआरसी लेवल पर है, जो रेंडमली कॉल कर जानकारी रजिस्टर पर रिकार्ड कर वरिष्ठ कार्यालय को सूचित करेगा।
शालाओं का आकस्मिक निरीक्षण करेगा दल
शालाओं की प्रशासनिक, अकादमिक निरीक्षण के लिए जिला स्तर पर अधिकारियों का दल का गठन हो चुका है। ये अचानक किसी भी शाला में पहुंचेंगे। ब्लॉक लेवल पर डीईओ, डीपीसी, संकुल प्राचार्य का दल शाला का औचक निरीक्षण कर ऑन-स्पॉट कार्यवाही/वेतन काटने आदि वैधानिक कार्यवाही तत्काल करेंगे।

राज्य शिक्षा केंद्र ने दक्षता उन्नयन और बुस्टर कार्यक्रमों को लागू किया है। शिक्षकों को निर्धारित कार्यक्रमों का पालन करना है, अन्यथा उनकी वेतनवृद्धि रोक दी जाएगी।
– एसएस पटेल, डीपीसी, होशंगाबाद
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