रेलमंत्री ने ट्वीट करके दी जानकारी
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने भी अपने ट्वीटर एकांउट से भी इस बात की जानकारी दी है। रेलमंत्री गोयल ने ट्वीट किया है पारदर्शी व्यवस्था, ईमानदारी से काम, रेलवे स्टेशनों पर अब बिल नहीं तो खाना मुफ्त, सभी वेंडर्स को बिल देना अनिवार्य, कीमत से ज्यादा पैसे लेने पर लगेगी रोक, उपभोक्ता को मिलेगा सही मूल्य पर भोजन।
उपभोक्ताओं को मिलेगी सुविधा
जंक्शन पर आयदिन ओवर चार्जिंग की शिकायतें होती है। ट्वीटर पर होने वाली शिकायतों में अधिकतर शिकायत ओवर चार्जिंग से संबंधित ही होती है। स्थानीय अधिकारी इन शिकायतों पर तो कार्रवाई करते हैं लेकिन यह ओवर चार्जिंग न हो इसके लिए स्थानीय अधिकारियों का कोई प्लान नहीं है। यही कारण है कि स्टॉल संचालकों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
रेलमंत्री पीयूष गोयल ने भी अपने ट्वीटर एकांउट से भी इस बात की जानकारी दी है। रेलमंत्री गोयल ने ट्वीट किया है पारदर्शी व्यवस्था, ईमानदारी से काम, रेलवे स्टेशनों पर अब बिल नहीं तो खाना मुफ्त, सभी वेंडर्स को बिल देना अनिवार्य, कीमत से ज्यादा पैसे लेने पर लगेगी रोक, उपभोक्ता को मिलेगा सही मूल्य पर भोजन।
उपभोक्ताओं को मिलेगी सुविधा
जंक्शन पर आयदिन ओवर चार्जिंग की शिकायतें होती है। ट्वीटर पर होने वाली शिकायतों में अधिकतर शिकायत ओवर चार्जिंग से संबंधित ही होती है। स्थानीय अधिकारी इन शिकायतों पर तो कार्रवाई करते हैं लेकिन यह ओवर चार्जिंग न हो इसके लिए स्थानीय अधिकारियों का कोई प्लान नहीं है। यही कारण है कि स्टॉल संचालकों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं।
प्री-पिं्रटेड बिल हो सकता है दूसरा रास्ता
रेलवे जंक्शन पर आने वाली ट्रेनों की संख्या अधिक होने से यात्रियों को दबाव भी अधिक होता है। ऐसे में फूड स्टॉल संचालकों के लिए प्री प्रिंटेड बिल एक विकल्प हो सकता है। दरअलस यात्रियों की संख्या अधिक होने पर सभी उपभोक्ताओं को एक समय पर सामग्री देने के साथ ही बिल देना संभव नहीं है। यही कारण है कि सामग्री के प्रति नग के हिसाब से प्री प्रिंटेड बिल एक आसान काम होगा।
रेलवे बोर्ड ने आदेश दिए
&इस संबंध में रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी किया है। बोर्ड का आदेश है इसलिए यह सभी छोटे-बड़े स्टेशनों पर लागू होगा।
आइए सिद्दीकी, पीआरओ, भोपाल मंडल
रेलवे जंक्शन पर आने वाली ट्रेनों की संख्या अधिक होने से यात्रियों को दबाव भी अधिक होता है। ऐसे में फूड स्टॉल संचालकों के लिए प्री प्रिंटेड बिल एक विकल्प हो सकता है। दरअलस यात्रियों की संख्या अधिक होने पर सभी उपभोक्ताओं को एक समय पर सामग्री देने के साथ ही बिल देना संभव नहीं है। यही कारण है कि सामग्री के प्रति नग के हिसाब से प्री प्रिंटेड बिल एक आसान काम होगा।
रेलवे बोर्ड ने आदेश दिए
&इस संबंध में रेलवे बोर्ड ने आदेश जारी किया है। बोर्ड का आदेश है इसलिए यह सभी छोटे-बड़े स्टेशनों पर लागू होगा।
आइए सिद्दीकी, पीआरओ, भोपाल मंडल