सिग्नल ऑफिस व यातायात सुरक्षा कार्यालय का जायजा लिया। वहां के रिकार्डों की जांच अधिकारियों से सुरक्षा को लेकर जानकारियां प्राप्त की। उन्होंने दीवार पर लगाए बोर्ड के बारे में पूछताछ की। अधिकारी ने बताया कि ट्रैक व कार्य करने के नियम लिखे गए हैं, ताकि कर्मचारी आते-जाते हुए इन्हें पढ़कर इसके अनुसार कार्य कर सकें। जिस पर उन्होंने सराहना की। संरक्षा अधिकारी अर्गल ने प्लेटफार्म नंबर तीन के सामने स्थित पेयजल फिल्टर प्लांट, टीआरडी कार्यालय पहुंचकर अधिकारियों से ट्रेनों के संचालन में सुरक्षा को लेकर उनकी कार्यप्रणाली को जाना। चीफ ऑफिसर के कार्यालयों में पहुंचते ही अधिकारियों में हड़कंप मचा रहा।
ओवरब्रिज निर्माण स्थल का निरीक्षण किया
मुख्य संरक्षा अधिकारी अर्गल ने स्टेशन प्रबंधक से रेलवे डबल फाटक से यातायात को लेकर चर्चाकी, वहीं रेलवे ओवरब्रिज निर्माण की स्थिति के बारे में पूछताछ की। अधिकारियों ने बताया कि राज्य और केंद्र को मिलकर ओवरब्रिज का निर्माण करना है। नक्शा पास हो गया है। आगे की प्रक्रिया प्रोसेस में हैं। एडीआरएम एवं मंडल अभियंता आरके पांडे ने रेलवे डबल फाटक के पास पहुंचकर निर्माण स्थल का जायजा लिया।
स्टेशन पर निरीक्षण करने नहीं उतरे अधिकारी, लोगों ने जताया विरोध
खिरकिया. सुरक्षा व्यवस्था, सतर्कता व अन्य कार्यो के लिए रेलवे स्टेशन पर निरीक्षण व अन्य ऑडिट कार्यो के लिए एसएजी अधिकारी सहित दल द्वारा गुरुवार को निरीक्षण किया जाना प्रस्तावित था, लेकिन उनके द्वारा निरीक्षण नहीं किया गया। चीफ सेफ्टी अधिकारी जबलपुर राजेश अर्गल सहित दल की विशेष ट्रेन स्टेशन पर तो पहुंची, लेकिन उसमें से किसी भी अधिकारी द्वारा पहुंचकर निरीक्षण नहीं किया गया, जबकि निरीक्षण को लेकर स्टेश्न प्रबंधन द्वारा रिकार्ड, उपकरण व अन्य व्यवस्था पूर्व मे तैयार कर रखी थी। जानकारी के अनुसार टीम को 14.45 बजे से 14.42 बजे तक निरीक्षण किया जाना था। इस दौरान करीब 27 मिनिट में टीम द्वारा समूचे रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया जाना था, लेकिन पहले तो हरदा की ओर से करीब 3 बजे सीधे दगडख़ेड़ी अधिकारी ट्रेन से निकल गए। वहीं वापसी में लौटते समय शाम करीब 5.15 रेलवे स्टेशन पर कुछ मिनटों के लिए विशेष ट्रेन रूकी, लेकिन उसमें से कोई भी अधिकारी स्टेशन पर नहीं पहुंचा। ऐसे में अधिकारियों का यह दौरा निरीक्षण रस्म अदायगी मात्र रहा, जबकि पूर्व से रेलवे स्टेशन का निरीक्षण कार्य नियोजित था।
मांगों को लेकर खड़े रहे समिति के लोग
स्टेशन पर विभिन्न मांगों को लेकर नगर विकास समिति के पदाधिकारी व नागरिक भी ज्ञापन देने पहुंचे थे, लेकिन निरीक्षण नहीं होने के चलते उन्होंने स्टेशन अधीक्षक को भी ज्ञापन सौंपना पड़ा। उन्होंने ताप्तीगंगा, झेलम एक्सप्रेस, हैदराबाद अजमेर एक्सप्रेस का स्टापेज दिए जाने। नागपूर-भुसावल ट्रेन को प्रतिदिन करने, स्वीकृत ओव्हर ब्रिज क्रमांक 195 का निर्माण शीघ्र प्रारंभ कराया जाने, स्टेशन की श्रेणी सुधार की जाए, स्टेशन के दोनों ओर शेड की लंबाई बढ़ाने और फुटब्रिज तक बढ़ाने की मांग की गई है। यात्रियों के लिए यात्री प्रतीक्षालय बनाया जाए, साथ ही दोनो प्लेटफार्म पर यात्रियों के लिए सशुल्क सुविधाघर का निर्माण कराया जाने की मांग की। इस दौरान अध्यक्ष अनिल दरबार, सचिव राजेश मेहता, प्रवक्ता महेन्द्रसिंह खनूजा, अरसाइद खान, संदीप भदौरिया, नीरज भदौरिया सहित अन्य नागरिकों के हस्ताक्षरयुक्त ज्ञापन सौंपा।
इनका कहना
अधिकारी के खिरकिया स्टेशन पर रुकने का कार्यक्रम पूर्व में निश्चित था। कार्यक्रम की व्यवस्तता के चलते वे स्थानीय स्टेशन पर नहीं रूक सके।
एनके चौहान, स्टेशन अधीक्षक, खिरकिया