तीन साल पहले लगता था सर्विस शुल्क
रेलवे की तरफ से सर्विस शुल्क लेने का यह फैसला पहली बार नहीं लिया गया है। रेलवे ने इसके पहले भी यह नियम लागू किया था। तीन साल पहले आईआरसीटीसी गैर वातानुकूलित श्रेणी की ई-टिकटों पर 20 रुपए और सभी वातानुकूलित श्रेणी की ई-टिकटों पर 40 रुपए का सेवा शुल्क लेता था।
रेलवे की तरफ से सर्विस शुल्क लेने का यह फैसला पहली बार नहीं लिया गया है। रेलवे ने इसके पहले भी यह नियम लागू किया था। तीन साल पहले आईआरसीटीसी गैर वातानुकूलित श्रेणी की ई-टिकटों पर 20 रुपए और सभी वातानुकूलित श्रेणी की ई-टिकटों पर 40 रुपए का सेवा शुल्क लेता था।
आईआरसीटीसी ने एक सितंबर से ट्रेन में आरक्षित टिकटों पर फिर से सर्विस चार्ज शुरू किया है। यात्रियों को ऑनलाइन टिकट बुकिंग पर निर्धारित सेवा शुल्क देना होगा।
आईए सिद्दकी, पीआरओ, रेलवे भोपाल मंडल रेलवे बोर्ड ने अगस्त में दी थी सर्विस चार्ज वसूलने की अनुमति
अगस्त की शुरुआत में रेलवे बोर्ड ने आईआरसीटीसी को ऑनलाइन टिकट की बुकिंग पर यात्रियों से सर्विस चार्ज दोबारा वसूलने की अनुमति दी थी। बोर्ड की ओर से आईआरसीटीसी को 30 अगस्त को जारी किए पत्र में कहा था कि संबंधित प्राधिकरणों ने मामले में पूरी जांच कर ली है। पत्र में कहा गया था कि वित्त मंत्रालय भी कह चुका है कि सर्विस चार्ज को खत्म करने की व्यवस्था अस्थायी है और रेल मंत्रालय इसे फिर से शुरू कर सकता है। अधिकारियों के अनुसार, सर्विस चार्ज बंद होने के बाद आईआरसीटीसी की इंटरनेट टिकटिंग से होने वाली कमाई में 26 फीसदी की गिरावट हुई है।
आईए सिद्दकी, पीआरओ, रेलवे भोपाल मंडल रेलवे बोर्ड ने अगस्त में दी थी सर्विस चार्ज वसूलने की अनुमति
अगस्त की शुरुआत में रेलवे बोर्ड ने आईआरसीटीसी को ऑनलाइन टिकट की बुकिंग पर यात्रियों से सर्विस चार्ज दोबारा वसूलने की अनुमति दी थी। बोर्ड की ओर से आईआरसीटीसी को 30 अगस्त को जारी किए पत्र में कहा था कि संबंधित प्राधिकरणों ने मामले में पूरी जांच कर ली है। पत्र में कहा गया था कि वित्त मंत्रालय भी कह चुका है कि सर्विस चार्ज को खत्म करने की व्यवस्था अस्थायी है और रेल मंत्रालय इसे फिर से शुरू कर सकता है। अधिकारियों के अनुसार, सर्विस चार्ज बंद होने के बाद आईआरसीटीसी की इंटरनेट टिकटिंग से होने वाली कमाई में 26 फीसदी की गिरावट हुई है।