सेफ्टी कमिश्नर ने दी अनुमति
गुरुवार सुबह मुंबई से रेलवे के चीफ सेफ्टी कमिश्नर अरविंद जैन इटारसी पहुंचकर स्पेशल ट्रेन से सुबह 8.58 बजे सोनतलाई से बागरातवा के लिए निकले। करीब 9.07 बजे पहुंचकर ट्रैक चालू करने प्रमाणपत्र जारी कर ट्रेनों के चलाने की अनुमति दे दी। जिसके बाद इटारसी से आई नई दिल्ली-जबलपुर श्रीधाम एक्सप्रेस को 105 किमी की रफ्तार से निकाला गया। इसके सफलतापूर्वक संचालन के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने रेलवे के इंजीनियरों को बधाई दी।
आधे घंटे की होगी बचत
इटारसी से जबलपुर के बीच करीब 225 किमी के सफर में ट्रेनों को औसत 5 घंटे लगते थे। अब तवा पुल पर दोहरीकरण के बाद आधा घंटे की बचत होगी। तवा पुल पुराना होने से हर ट्रेन यहां 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है। नए ट्रेक के बन जाने से एक रूट पर ट्रेन तेज स्पीड से गुजरेगी।
यह होगा फायदा
इटारसी जबलपुर रेलवे ट्रैक के बीच दशकों पुराना रेलवे पुल बागरा तवा और सोनतलाइ रेलवे स्टेशन के बीच बना था। सिगल लाइन होने से अप और डाउन की ट्रेनों को बागरा सोनतलाई में रोक कर निकाला जाता था जिससे ट्रेनों लेट होती थी। पैसिंजर ट्रेनें घंटों खड़ी रहती थी। जबलपुर से मुंबई,दिल्ली, नागपुर के लिए दर्जनों यात्री ट्रेनें सिंगल रेल लाइन होने से प्रभावित होती थी। सिंगल रेल लाइन होने से ओव्हीएच स्वचलित सिंगल भी सही काम नही कर पाते थे। अब डबल लाइन चालू होने से स्वचलित सिंगनल काम करेंगे वही ट्रेन के पीछे ट्रेन आसानी चलेंगी।
गुरुवार सुबह मुंबई से रेलवे के चीफ सेफ्टी कमिश्नर अरविंद जैन इटारसी पहुंचकर स्पेशल ट्रेन से सुबह 8.58 बजे सोनतलाई से बागरातवा के लिए निकले। करीब 9.07 बजे पहुंचकर ट्रैक चालू करने प्रमाणपत्र जारी कर ट्रेनों के चलाने की अनुमति दे दी। जिसके बाद इटारसी से आई नई दिल्ली-जबलपुर श्रीधाम एक्सप्रेस को 105 किमी की रफ्तार से निकाला गया। इसके सफलतापूर्वक संचालन के बाद वरिष्ठ अधिकारियों ने रेलवे के इंजीनियरों को बधाई दी।
आधे घंटे की होगी बचत
इटारसी से जबलपुर के बीच करीब 225 किमी के सफर में ट्रेनों को औसत 5 घंटे लगते थे। अब तवा पुल पर दोहरीकरण के बाद आधा घंटे की बचत होगी। तवा पुल पुराना होने से हर ट्रेन यहां 10 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से चलती है। नए ट्रेक के बन जाने से एक रूट पर ट्रेन तेज स्पीड से गुजरेगी।
यह होगा फायदा
इटारसी जबलपुर रेलवे ट्रैक के बीच दशकों पुराना रेलवे पुल बागरा तवा और सोनतलाइ रेलवे स्टेशन के बीच बना था। सिगल लाइन होने से अप और डाउन की ट्रेनों को बागरा सोनतलाई में रोक कर निकाला जाता था जिससे ट्रेनों लेट होती थी। पैसिंजर ट्रेनें घंटों खड़ी रहती थी। जबलपुर से मुंबई,दिल्ली, नागपुर के लिए दर्जनों यात्री ट्रेनें सिंगल रेल लाइन होने से प्रभावित होती थी। सिंगल रेल लाइन होने से ओव्हीएच स्वचलित सिंगल भी सही काम नही कर पाते थे। अब डबल लाइन चालू होने से स्वचलित सिंगनल काम करेंगे वही ट्रेन के पीछे ट्रेन आसानी चलेंगी।
बोगदा पुल से अप और नवीन पुल से डाउन ट्रेने निकलेंगी
रेलवे ने बागरा तवा पुल मजार के पास से नया पुल तैयार किया है। करीब ८ किमी की नवीन रेल लाइन डाली है। इटारसी से डाउन ट्रेन पिपरिया जबलपुर की ओर नवीन पुल से निकलेंगी। वहीं जबलपुर-पिपरिया से इटारसी की ओर पुराने बोदा पुल से अप ट्रेनों का संचालन होगा। सिंगल लाइन की वजह से अब ट्रेन रोकी नही जाएंगी निर्बाध गति से निश्चित समय पर सभी ट्रेने आवागमन कर सकेंगे।
रेलवे ने बागरा तवा पुल मजार के पास से नया पुल तैयार किया है। करीब ८ किमी की नवीन रेल लाइन डाली है। इटारसी से डाउन ट्रेन पिपरिया जबलपुर की ओर नवीन पुल से निकलेंगी। वहीं जबलपुर-पिपरिया से इटारसी की ओर पुराने बोदा पुल से अप ट्रेनों का संचालन होगा। सिंगल लाइन की वजह से अब ट्रेन रोकी नही जाएंगी निर्बाध गति से निश्चित समय पर सभी ट्रेने आवागमन कर सकेंगे।
इनका कहना है
डबल रेल लाइन संचालन शुरु हो गया है। नवीन लाइन और पुल का रेलवे मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने निरीक्षण कर उसे दुरस्त कहा है। शुक्रवार नई डाउन लाइन से पहली ट्रेन नई नई दिल्ली जबलपुर ट्रेन ने निकली है। अन्य ट्रेनों का आवागमन जल्द सुचारु हो जाएगा।
एसपी सिंह, स्टेशन मैनेजर पिपरिया
डबल रेल लाइन संचालन शुरु हो गया है। नवीन लाइन और पुल का रेलवे मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने निरीक्षण कर उसे दुरस्त कहा है। शुक्रवार नई डाउन लाइन से पहली ट्रेन नई नई दिल्ली जबलपुर ट्रेन ने निकली है। अन्य ट्रेनों का आवागमन जल्द सुचारु हो जाएगा।
एसपी सिंह, स्टेशन मैनेजर पिपरिया
सोनतलाई से बागरातवा के बीच नदी के हिस्से में सिंगल लाइन होने वाले दोनों तरफ की ट्रेनों को विलंब से निकालना पड़ता था। इससे ट्रेनें इटारसी या जबलपुर पहुंचते-पहुंचते लेट हो जाती थी। ट्रैक चालू होने से समय में बचत होने के साथ ही यात्रियों को लाभ मिलेगा।
– प्रियंका दीक्षित, सीपीआरओ, पश्चिम मध्य रेलवे, जबलपुर।
– प्रियंका दीक्षित, सीपीआरओ, पश्चिम मध्य रेलवे, जबलपुर।