26 जुलाई को की गई इस लिखित शिकायत में प्रताप महाराज ने तीनों से अपनी जान को खतरा बताया है। स्वामी सुदर्शनाचार्य ने बताया कि महंत व साथी आए दिन उनका पीछा करते हैं। जिस कारण वह भयभीत हैं। इसके अलावा सुदर्शनाचार्य ने जगदीश मंदिर महंत पर संपत्ति के हिसाब-किताब में गड़बड़ी का आरोप भी लगाया है।
शहर में चर्चा का विषय
एस संत की तरफ से प्रतिष्ठित मंदिर के महंत की शिकायत करना इन दिनों शहर में चर्चा का विषय है। वह भी रथयात्रा के ठीक पहले इस तरह की स्थिति बनना और अधिक चर्चा का विषय है।
मामले को लेकर जगदीश मंदिर महंत नारायणदास ने कहा कि उनके पास समस्त संपत्ति व होने वाले खर्चे के ब्योरे हैं। इसका प्रतिवर्ष ऑडिट होता है। 14 जुलाई को निकलेगी रथ यात्रा
आषाढ़ के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को स्वस्थ होकर भगवान जगन्नाथ, सुभद्रा, और बलदाऊ रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण को निकलेंगे। इस मौके पर श्रद्धालु बड़ी संख्या में यात्रा में शामिल होंगे। यह यात्रा एक सप्ताह तक चलती है।
रथयात्रा के दौरान शहर के मध्य में महावीर टाकीज प्रांगण में यात्रा 1 दिन विश्राम करती है बताया जाता है कि यह यह परंपरा प्राचीन है पहले जनकपुरी में यात्रा सात दिनों तक रूकती थी।