यह थी घटना
पुलिस के मुताबिक, मुलताई थाना क्षेत्र के ग्राम महिलावाड़ी निवासी २६ वर्षीय दुर्गेश पिता रमेश हिंगवे सेना में जवान है। दुर्गेश की पोस्टिंग लेह लद्दाख में थी। दुर्र्गेश अपनी शादी के लिए एक फरवरी को 50 दिन की छुट्टी लेकर गांव आया था। 12 फरवरी को उसकी शादी ग्राम हतनापुर में हुई थी। शादी के बाद दुर्गेश सोमवार अपने मामा के गांव बरई पहुंचा था। रात में भोजन करने के बाद दुर्गेश ने मामा से कहा कि टहलकर आता हं। दुर्गेश मकान से मुख्य सड़क पर आया। इस दौरान अज्ञात वाहन ने दुर्गेश को टक्कर मार दी और फरार हो गया। वाहन की टक्कर से दुर्गेश गंभीर रुप से घायल हो गया। परिजन मौके पर पहुंचे और तत्काल निजी वाहन से दुर्गेश को लेकर मुलताई अस्पताल आए। डॉ. पल्लव अमृतफले द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
पुलिस के मुताबिक, मुलताई थाना क्षेत्र के ग्राम महिलावाड़ी निवासी २६ वर्षीय दुर्गेश पिता रमेश हिंगवे सेना में जवान है। दुर्गेश की पोस्टिंग लेह लद्दाख में थी। दुर्र्गेश अपनी शादी के लिए एक फरवरी को 50 दिन की छुट्टी लेकर गांव आया था। 12 फरवरी को उसकी शादी ग्राम हतनापुर में हुई थी। शादी के बाद दुर्गेश सोमवार अपने मामा के गांव बरई पहुंचा था। रात में भोजन करने के बाद दुर्गेश ने मामा से कहा कि टहलकर आता हं। दुर्गेश मकान से मुख्य सड़क पर आया। इस दौरान अज्ञात वाहन ने दुर्गेश को टक्कर मार दी और फरार हो गया। वाहन की टक्कर से दुर्गेश गंभीर रुप से घायल हो गया। परिजन मौके पर पहुंचे और तत्काल निजी वाहन से दुर्गेश को लेकर मुलताई अस्पताल आए। डॉ. पल्लव अमृतफले द्वारा उसे मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
सैनिक सम्मान के साथ अंत्येष्टि
सैनिक दुर्गेश की अंत्येष्टि गृह ग्राम महिलावाड़ी में सैनिक सम्मान के साथ मंगलवार हुई। अंतिम विदाई देने एयरफोर्स आमला से गार्ड पहुंची और पुलिस अधिकारी पहुंचे। सैनिक के अंतिम दर्शन के लिए आसपास के लगभग एक दर्जन गांवों के हजारों लोग गांव में पहुंचे। अंतिम यात्रा के दौरान सभी की आंखें भर आई।
सैनिक दुर्गेश की अंत्येष्टि गृह ग्राम महिलावाड़ी में सैनिक सम्मान के साथ मंगलवार हुई। अंतिम विदाई देने एयरफोर्स आमला से गार्ड पहुंची और पुलिस अधिकारी पहुंचे। सैनिक के अंतिम दर्शन के लिए आसपास के लगभग एक दर्जन गांवों के हजारों लोग गांव में पहुंचे। अंतिम यात्रा के दौरान सभी की आंखें भर आई।
परिवार का रो-रोकर था बुरा हाल
सैनिक दुर्गेश की मौत से परिवार के लोगों का भी रो-रोकर बुरा हाल था। शादी के बारह दिन बाद ही सैनिक की मौत होने से पत्नी बार-बार बेहोश हो रही थी। वही ग्रामीणों का कहना था कि दुर्गेश बहुत ही मिलनसार था और सभी की मदद करता था।
सैनिक दुर्गेश की मौत से परिवार के लोगों का भी रो-रोकर बुरा हाल था। शादी के बारह दिन बाद ही सैनिक की मौत होने से पत्नी बार-बार बेहोश हो रही थी। वही ग्रामीणों का कहना था कि दुर्गेश बहुत ही मिलनसार था और सभी की मदद करता था।