होशंगाबाद के गायक असीम विश्वास, लगभग 32 वर्षों से किशोर कुमार के गानों को उन्हीं की आवाज में गा रहे हैं। वे केवल किशोर दा के ही गाने गाते हैं। एक बार भोपाल में कार्यक्रम के दौरान आयोजकों ने गाने को बीच में बंद करवा दिया था, उनका मानना था कि विश्वास सिर्फ गाने का अभिनय कर रहे हैं जबकि गाना कैसेट में बज रहा है, लेकिन वे गलत थे, यह विश्वास की ही आवाज थी। इसी दाम पर वह कई स्टेट और नेशनल स्तर के अवार्ड प्राप्त कर चुके हैं।
शहर के प्रसिद्ध संगीतकार राम प्रसाद बताते हैं कि किशोर कुमार के गाने की शैली बिल्कुल अलग थी वह पारंपरिक गायकी से हटकर अलग अंदाज में गाते थे। उनके गाने जब स्क्रीन पर आते थे तो अभिनेता गाता हुआ दिखता था ऐसा लगता है जैसे गाना उसी अभिनेता ने गाया है। आज की युवा पीढ़ी के लिए परसाई संदेश देते हैं कि गायक बनने के लिए किशोर कुमार से अच्छा कोई उदाहरण नहीं सकता। क्योंकि किशोर ने भी संगीत की कोई भी प्रारंभिक शिक्षा नहीं ली थी, इसके बाद उन्होंने अपना एक अलग अंदाज बनाया था।