क्या करें, आसानी से नहीं बनता
ला इसेंस बनवाने आ रहे ज्यादातर लोगों का मानना है कि बिना किसी एजेंट की मदद के आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनता। बाबू-अफसर कई-कई बार चक्कर लगवाते हैं। दस्तावेंजों में कमियां निकालकर परेशान करते हैं। न्यास कॉलोनी इटारसी निवाीस एक युवक ने बताया कि वह परेशान होकर एजेंट के माध्यम से लाइसेंस बनवाया। पहले खुद कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुआ, थक हारकर दलाल से काम करवाया। उसे एजेंट को सिर्फ दस्तावेज देना पड़े थे, इसके बाद अब सिर्फ लाइसेंस लेना आया था जो मिल गया है। यह कहानी आरटीओ कार्यालय के बाहर खड़े कई लोगों ने बताई।
ला इसेंस बनवाने आ रहे ज्यादातर लोगों का मानना है कि बिना किसी एजेंट की मदद के आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनता। बाबू-अफसर कई-कई बार चक्कर लगवाते हैं। दस्तावेंजों में कमियां निकालकर परेशान करते हैं। न्यास कॉलोनी इटारसी निवाीस एक युवक ने बताया कि वह परेशान होकर एजेंट के माध्यम से लाइसेंस बनवाया। पहले खुद कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुआ, थक हारकर दलाल से काम करवाया। उसे एजेंट को सिर्फ दस्तावेज देना पड़े थे, इसके बाद अब सिर्फ लाइसेंस लेना आया था जो मिल गया है। यह कहानी आरटीओ कार्यालय के बाहर खड़े कई लोगों ने बताई।
कैमरे हैं नहीं, पोस्टर से दिखा रहे डर
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय परिसर में सीसीटीवी कैमरे भले ही नहीं है, लेकिन पोस्टर लगाकर कैमरे होने का डर दिखाया जा रहा है। आरटीओ मनोज तेनगुरिया ने बताया कि नया भवन आईटीआई के पास बन गया है। उसमें सीसीटीवी कैमरे का इंतजाम भी है। जिससे दलालों पर अंकुश लगेगा।
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय परिसर में सीसीटीवी कैमरे भले ही नहीं है, लेकिन पोस्टर लगाकर कैमरे होने का डर दिखाया जा रहा है। आरटीओ मनोज तेनगुरिया ने बताया कि नया भवन आईटीआई के पास बन गया है। उसमें सीसीटीवी कैमरे का इंतजाम भी है। जिससे दलालों पर अंकुश लगेगा।
ऑनलाइन आवेदन में इतना खर्च
ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए सभी दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन आवेदन जमा करना होता है। दोपहिया वाहन के लर्निंग लाइसेंस के लिए 240 और परमानेंट के लिए 750 रुपए का खर्च आता है। इसके अलावा चार पहिया वाहन के लाइसेंस के लिए 1400 रुपए खर्च होते हैं।
ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए सभी दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन आवेदन जमा करना होता है। दोपहिया वाहन के लर्निंग लाइसेंस के लिए 240 और परमानेंट के लिए 750 रुपए का खर्च आता है। इसके अलावा चार पहिया वाहन के लाइसेंस के लिए 1400 रुपए खर्च होते हैं।
एजेंट और रिपोर्टर के बीच हुई सौदेबाजी…
रिपोर्टर – हेवी लाइसेंस बनवाना है
एजेंट – आपका लाइट बना है
रिपोर्टर – नहीं
एजेंट : पहले लाइट बनेगा। इसके बाद हेवी लाइसेंस बनेगा।
रिपोर्टर – कितना खर्च आएगा
एजेंट – अभी ३ हजार खर्च आएगा। टू प्लस फोर के लिए।
रिपोर्टर – कब तक बनेगा
एजेंट – आज आवेदन दोगे तो मैं कल आपकी फोटो खिचवा पाऊंगा। कल आपको एक बार फोटो के लिए आना पड़ेगा। एक महीने बाद फोन करूंगा तब एक बार आना पड़ेगा।
रिपोर्टर – कुछ कम कर लो।
एजेंट – आप पता कर लो सब जगह उसके बाद मुझे काम देना मेरी आदत है मैं एक्यूरेट पैसे बताता हूं और काम करके देता हूं।
रिपोर्टर – हेवी लाइसेंस बनवाना है
एजेंट – आपका लाइट बना है
रिपोर्टर – नहीं
एजेंट : पहले लाइट बनेगा। इसके बाद हेवी लाइसेंस बनेगा।
रिपोर्टर – कितना खर्च आएगा
एजेंट – अभी ३ हजार खर्च आएगा। टू प्लस फोर के लिए।
रिपोर्टर – कब तक बनेगा
एजेंट – आज आवेदन दोगे तो मैं कल आपकी फोटो खिचवा पाऊंगा। कल आपको एक बार फोटो के लिए आना पड़ेगा। एक महीने बाद फोन करूंगा तब एक बार आना पड़ेगा।
रिपोर्टर – कुछ कम कर लो।
एजेंट – आप पता कर लो सब जगह उसके बाद मुझे काम देना मेरी आदत है मैं एक्यूरेट पैसे बताता हूं और काम करके देता हूं।
वर्तमान में कार्यालय परिसर खुला है, इसलिए दलालों पर अंकुश लगाना मुश्किल होता है। आईटीआई के पास नया भवन बन गया है। अगले महीने शिफ्ट हो जाएंगे। यहां कार्यालय के गेट पर ताला लगाएंगे। गेट पर एंट्री के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। इससे दलालों के चंगुल से लोगों को राहत मिलेगी।
मनोज तेनगुरिया, आरटीओ, होशंगाबाद
मनोज तेनगुरिया, आरटीओ, होशंगाबाद