script

जानिए 400 रुपए का लाइसेंस कैसे बनता है 3000 रुपए में…

locationहोशंगाबादPublished: Oct 26, 2017 01:19:43 pm

Submitted by:

Manoj Kundoo

आरटीओ पहुंचने वाले उपभोक्ताओं से दलाल वसूलते हैं मनमानी फीस

Know how the license of 400 rupees is made in Rs 3000

Know how the license of 400 rupees is made in Rs 3000

होशंगाबाद। शहर का आरटीओ कार्यालय दलालों के चंगुल में है। उनकी अफसरों और बाबुओं से सांठगांठ है, इस कारण उनके बिना काम कराना मुश्किल है। इस कारण लोगों के ड्राइविंग लाइसेंस से लेकर दीगर काम जो चार सौ रुपए से लेकर डेढ़ हजार तक की फीस अदा करने पर हो सकते थे, उनके ढाई से तीन हजार रुपए वसूले जा रहे हैं। यह सब अफसरों की नाक के नीचे हो रहा है। इस खुली लूट पर आरटीओ से सवाल किया तो वे मजबूरी बताने लगे। बोले-यह कार्यालय खुले में है, इस कारण दलालों को रोक पाना संभव नहीं लेकिन नए भवन में शिफ्ट होते ही हम पूरी तरह अंकुश लगा देंगे।
बस स्टैंड परिसर स्थित क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) में पहुंचते ही आपको दलाल घेर लेते हैं। वे यहां दिन भर सक्रिय रहते हैं। ड्राइविंग लाइसेंस बनाने के एवज में यहां आने वाले लोगों को आसान और सहज तरीका बताकर ढाई से तीन हजार रुपए ले रहे हैं। खुलेआम सौदेबाजी करते हैं। अफसरों को भी पता है, लेकिन वे देखकर अनदेखा कर जाते हैं। जबकि खुद लाइसेंस बनवाया जाए तो बमुश्किल ४०० से एक हजार ४०० रुपए का खर्च आता है।
क्या करें, आसानी से नहीं बनता
ला इसेंस बनवाने आ रहे ज्यादातर लोगों का मानना है कि बिना किसी एजेंट की मदद के आसानी से ड्राइविंग लाइसेंस नहीं बनता। बाबू-अफसर कई-कई बार चक्कर लगवाते हैं। दस्तावेंजों में कमियां निकालकर परेशान करते हैं। न्यास कॉलोनी इटारसी निवाीस एक युवक ने बताया कि वह परेशान होकर एजेंट के माध्यम से लाइसेंस बनवाया। पहले खुद कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुआ, थक हारकर दलाल से काम करवाया। उसे एजेंट को सिर्फ दस्तावेज देना पड़े थे, इसके बाद अब सिर्फ लाइसेंस लेना आया था जो मिल गया है। यह कहानी आरटीओ कार्यालय के बाहर खड़े कई लोगों ने बताई।
कैमरे हैं नहीं, पोस्टर से दिखा रहे डर
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय परिसर में सीसीटीवी कैमरे भले ही नहीं है, लेकिन पोस्टर लगाकर कैमरे होने का डर दिखाया जा रहा है। आरटीओ मनोज तेनगुरिया ने बताया कि नया भवन आईटीआई के पास बन गया है। उसमें सीसीटीवी कैमरे का इंतजाम भी है। जिससे दलालों पर अंकुश लगेगा।
ऑनलाइन आवेदन में इतना खर्च
ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने के लिए सभी दस्तावेजों के साथ ऑनलाइन आवेदन जमा करना होता है। दोपहिया वाहन के लर्निंग लाइसेंस के लिए 240 और परमानेंट के लिए 750 रुपए का खर्च आता है। इसके अलावा चार पहिया वाहन के लाइसेंस के लिए 1400 रुपए खर्च होते हैं।
एजेंट और रिपोर्टर के बीच हुई सौदेबाजी…
रिपोर्टर – हेवी लाइसेंस बनवाना है
एजेंट – आपका लाइट बना है
रिपोर्टर – नहीं
एजेंट : पहले लाइट बनेगा। इसके बाद हेवी लाइसेंस बनेगा।
रिपोर्टर – कितना खर्च आएगा
एजेंट – अभी ३ हजार खर्च आएगा। टू प्लस फोर के लिए।
रिपोर्टर – कब तक बनेगा
एजेंट – आज आवेदन दोगे तो मैं कल आपकी फोटो खिचवा पाऊंगा। कल आपको एक बार फोटो के लिए आना पड़ेगा। एक महीने बाद फोन करूंगा तब एक बार आना पड़ेगा।
रिपोर्टर – कुछ कम कर लो।
एजेंट – आप पता कर लो सब जगह उसके बाद मुझे काम देना मेरी आदत है मैं एक्यूरेट पैसे बताता हूं और काम करके देता हूं।
वर्तमान में कार्यालय परिसर खुला है, इसलिए दलालों पर अंकुश लगाना मुश्किल होता है। आईटीआई के पास नया भवन बन गया है। अगले महीने शिफ्ट हो जाएंगे। यहां कार्यालय के गेट पर ताला लगाएंगे। गेट पर एंट्री के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा। इससे दलालों के चंगुल से लोगों को राहत मिलेगी।
मनोज तेनगुरिया, आरटीओ, होशंगाबाद

ट्रेंडिंग वीडियो