स्पेशल स्टोरी: टूट जाते हैं ताले, मेहनत की कमाई पर चोरों की नजर
होशंगाबादPublished: Sep 21, 2021 09:07:29 pm
मकानों को सूने छोड़ना खतरे से खाली नहीं, हो जाती है चोरियां,पुलिस केस तो दर्ज कर लेती है, लेकिन महीनों नहीं पकड़ाते चोर, होशंगाबाद में बढ़ी वारदातें, 8 माह में 85 मकानों को बनाया निशाना
देवेंद्र अवधिया. होशंगाबाद. जिले में मकानों में ताला लगाकर सूना छोड़ना खतरे से खाली नहीं है। निजी व सरकारी आवासों के दरवाजों पर ताले डले दिखते ही चोर रैकी कर रात में चोरी की वारदातें कर भाग जाते हैं। जिंदगी भर मेहनत से जोड़ी रकम और नकदी चले जाने से फरियादी परिवार इसकी थानों में शिकायत दर्ज कराते हैं, पुलिस केस भी दर्ज कर लेती है, लेकिन महीनों न तो आरोपियों का सुराग लगता है और चोरी गए जेवरात-वेशकीमती चीजें उन्हें वापस मिल पाती है। पुलिस की विवेचना में ही मामले उलझे रहते हैं। होशंगाबाद शहर सहित इटारसी, पिपरिया, सिवनीमालवा, सोहागपुर में बीते छह माह में ऐसी कई बड़ी चोरियों का पुलिस सुराग नहीं लगा पाई है। उल्टे पुलिस की यही समझाइश रहती है कि सूने मकान न छोड़ें। कहीं बाहर जाएं तो पड़ौसियों को बताकर, चौकीदार या परिजन-परिचित को रात में सूने घर में सोने का इंतजाम करके जाएं। पुलिस विभाग की भी मजबूरी ये है कि मौजूदा बल में से अस्सी फीसदी दिन में थानों के रूटीन कामकाज-कार्रवाईयां और 30 फीसदी रात्रि में गश्त-पेट्रोलिंग करता है। ज्यादातर सुरक्षा व्यवस्था डायल-100 के जिम्मे ही रहती है। जो सिर्फ मुख्य सड़कों पर ही राउंड लेती है, वह गलियों में नहीं पहुंच पाती। इसके लिए राइनों गश्त नहीं होती है।
बीते वर्ष से 8 माह में 29 अधिक हुई चोरियां
जिले में 1 जनवरी 2021 से लेकर 31 अगस्त 2021 के आठ माह के आंकड़े देखें तो चोरी की कुल 85 प्रकरण संबंधित पुलिस थानों में दर्ज हुए हैं, जो कि बीते साल 2020 की तुलना में 29 अधिक है। बीते साल इस अवधि में कुल 56 चोरी की घटनाएं पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज की गई थी। मकानों में चोरी के इन 85 प्रकरणों में अधिकांश में अभी तक आरोपी नहीं पकड़े जा सके हैं, जबकि इसमें चालू सितंबर माह में हुई लगातार चोरियों सहित वाहन-रेत चोरी व गृहभेदन के मामले शामिल नहीं हैं।
केस: एक
पॉश कॉलोनी में हुई थी मैनेजर के यहां चोरी
होशंगाबाद में 16 फरवरी को बाबई रोड स्थित पॉश कॉलोनी पिंक एवेन्यू में फर्जीलाइजर कंपनी के मार्केटिंग मैनेजर पंकज कुमार राय के किराए के 43 नंबर सूने मकान में अज्ञात बदमाश ताले तोड़कर टार्च की रोशनी में 1 लाख 34 हजार रुपए नकदी चुरा ले गए थे। पंकज पत्नी सोनिया को बालागंज स्थित ससुराल में छोड़कर इंदौर गए हुए थे। घटना में लिप्त तीन अज्ञात व्यक्ति सीसीटीवी कैमरे में भी कैद हुए थे। देहात पुलिस ने केस दर्ज किया था।
केस दो:
पटवारी के घर से चोरी हुए थे नकदी
सिवनीमालवा के कोर्ट परिसर एसडीएम कॉलोनी स्थित पटवारी राजकुमार चौरसिया के सूने आवास-मकान में 23 फरवरी की रात में घुसकर अज्ञात व्यक्ति 5 हजार रुपए नकदी चुरा ले गए थे। फरियादी की रिपोर्ट के बाद भी आरोपी नहीं पकड़ाए।
केस तीन:
अंकिता नगर में जेवर-नकदी चोरी हुए थे
शहर के अंकिता नगर निवासी मनीष सिंह चौहान के सूने मकान में 30 अगस्त की रात्रि मेंअज्ञात बदमाश दरवाजे के ताले तोड़कर आलमारी में रखे डेढ़ लाख रुपए नकदी सहित 30 हजार रुपए के कीमती सोने-चांदी के जेवरात चुरा ले गए थे। इसी रात में कुलामढ़ी रोड किनारे की एसआरपी ग्रीन कॉलोनी में भी नवीन वर्मा के मकान से जेवरात-नकदी चोरी हुए थे। देहात थाना में केस भी दर्ज हुआ।
केस चार:
व्यापारी के 7 लाख उड़ा ले गए थे चोर
सोहागपुर के मुख्य बाजार में 5 सितंबर की दरमियानी रात एसडीओपी कार्यालय से चंद कदम दूर स्थित खाद-बीज की दुकान से सात लाख रुपए नकदी चोरी हुए थे। फरियादी व्यापारी अनिल कुमार छाबड़िया निवासी शास्त्री वार्ड ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस का स्निफर डॉग भी सुराग नहीं लगा सका
अन्य चोरी की घटनाएं
-21 से 25 अगस्त के बीच सदरबाजार में साकेत नगर स्थित पीडब्ल्यूडी कॉलोनी में जिला कोर्ट में बीते माह कर्मचारी तरला सिंह के सूने आवास एच-वन में भी चोरी हुई। आवास के दरवाजे का ताला तोड़कर अज्ञात आरोपी नकदी 5 हजार रुपए, एक मोबाइल, एक साइकिल चुरा ले गए।
सारे सबूत देने के बाद भी नहीं पकड़े चोर
पुरानी इटारसी में मोहन वर्मा के मकान में हुई चोरी के फरियादी ने पुलिस को सारे सबूत जुटाकर उपलब्ध कराए, लेकिन इसके बाद भी आरोपी नहीं पकड़े जा सके। फरियादी मकान मालिक ब्लैक फंगस के कारण पूरी तरह स्वस्थ नहीं होने के बाद भी थाने के चक्कर काटकर परेशान हो चुके हैं।
एक नजर में संपत्ति संबंधी अपराध
प्रकार – वर्ष 2019 – 2020- 2021
गृहभेदन : 93 – 73 – 92
साधारण चोरी: 84 – 56 -85
वाहन चोरी : 143 – 64 -121
रेत चोरी : 39 -165 -81
पशु चोरी : 00 -02 -02
टीआई आवास की लाखों की चोरी पता नहीं चली
जिले के सिवनीमालवा थाना के पूर्व टीआई अजय तिवारी जो वर्तमान में पिपरिया में पदस्थ हैं, के थाना परिसर स्थित आवास से बीते सालों में चोरी की बड़ी घटना हुई थी, जिसमें लाखों के जेवरात-नकदी चोरी हुए थे, लेकिन आज तक इसका कोई सुराग ही नहीं लगा।
विशेषज्ञ का कहना है..
पुलिस की शहर में रोजाना राइनों गश्त होनी चाहिए, जो पहले होती थी, अब डायल-100 के भरोसे चल रही। देर रात में जो भी संदिग्ध व्यक्ति बिना वजह के घूमते मिले उनसे कड़ाई से पूछताछ होनी चाहिए। हर जगह मोहल्ला सुरक्षा समितियां गठित हो, और पुलिस की गश्त में सदस्य भी शामिल रहें, ताकि जब भी कोई मकान मालिक-किराएदार सूने मकान छोड़कर बाहर जाएं तो मकान निगरानी में रहे।
-अखिलेश मिश्रा अधिवक्ता होशंगाबाद
इनका कहना है…
लोगों को खुद भी सजग रहना होगा। लंबे समय तक सूने मकान न छोड़ें। कम से कम किसी न किसी पड़ौसी-रिश्तेदार को बताकर जाएं ताकि निगाह में रहे। जेवर-नकदी को कहीं सुरक्षित रखकर जाना चाहिए। पेट्रोलिंग कराई जा रही है। रात्रि गश्त में कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जा रही है। लंबित चोरी के अपराधों में एसपी साहब ने सभी थाना प्रभारियों को जल्द ही निराकरण के निर्देश दिए हैं।
-अवधेश प्रताप सिंह, एएसपी होशंगाबाद