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गांवों के चुनाव में सिरदर्द बने शराब माफिया, आबकारी विभाग में फील्ड तैनाती में फेरबदल

locationहोशंगाबादPublished: May 29, 2022 12:16:58 pm

Submitted by:

devendra awadhiya

उप निरीक्षक सुयश फौजदार को जिला उडऩदस्ता प्रभारी की अहम जिम्मेदारी, कलेक्टर-एसपी ने अवैध शराब की बिक्री को सख्ती से रोकने के दिए निर्देश

गांवों के चुनाव में सिरदर्द बने शराब माफिया, आबकारी विभाग में फील्ड तैनाती में फेरबदल

गांवों के चुनाव में सिरदर्द बने शराब माफिया, आबकारी विभाग में फील्ड तैनाती में फेरबदल

नर्मदापुरम.narmdapuram त्रि स्तरीय पंचायत चुनाव में अवैध शराब प्रशासन के लिए सिर दर्द बनेगी। गांव-गांव में किनारा दुकान, पान गुमठियों जैसे ही जगह-जगह अवैध शराब ग्रामीणों को आसानी से घर पहुंच तक में मिल रही है। शराब माफिया अपने एजेंटों से के जरिए अवैध कारोबार का जाल मजबूती से बिछा चुके हैं। बता दें कि चुनाव में धन-बल और अवैध शराब का जोर ज्यादा रहता है। हकीकत ये भी है कि ग्रामीण युवा नशे की लत के शिकार हो रहे हैं। गांवों के लोगों एवं परिवारों में कलह, लड़ाई-झगड़ों मुख्य वजह भी गांवों के अंदर ही अवैध शराब की खुलेआम बिक्री एवं आसानी से दुकानों के रेट पर ही मिलना भी है। बीते दिवस ही कलेक्टर नीरज कुमार सिंह एवं एसपी डॉ. गुरुकरण सिंह ने अपने मातहतों को अवैध शराब के कारोबार को सख्ती से रोकने एवं उसमें लिप्त शराब माफियाओं की धरपकड़ कर इन्हें जेल भेजने के निर्देश दिए हैं। इधर, निर्देश के बाद जिला आबकारी विभाग में फील्ड पर तैनात सहायक अधिकारियों एवं उप निरीक्षकों की तैनाती में फेरबदल किया गया है।
उप निरीक्षक सुयश फौजदार को जिला उडऩदस्ता का बतौर प्रभारी बनाया गया है। उडऩ दस्ते को विशेष रूप से गांवों में बिक रही अवैध शराब के अड्डों को ध्वस्त कर छापेमारी करने के आदेश दिए गए हैं।

गांवों के नदी-नालों में धधक रही भट्टियां
जिले में गांवों में नदी-नालों के किनारे अवैध कच्ची शराब की भट्टियां धधक रही है। ये बात छापेमारी में भी सामने आ चुके हैं। हालत ये है कि गांव के अंदर भी अवैध रूप से किराना दुकान, चाय-पान के ठेलों की आड़ में शराब की सप्लाई जमकर हो रही है। तमाम कार्रवाइयों के बाद भी शराब माफियों पर शिकंजा नहीं कस पा रहा। छोटे-छोटे एजेंटों की धरपकड़ कर प्रकरण दर्ज किए जा रहे हैं, लेकिन आबकारी विभाग के एक्ट में सख्त कानून कार्रवाइयों का प्रावधान नहीं होने से भी पकड़ाने के बाद तुरंत ही जमानत पर आरोपी छूट जा रहे। आबकारी एवं पुलिस की गिरफ्त से छूटने के बाद फिर से गांवों में अवैध शराब का धंधा चालू कर दे रहे।
ये हुआ आबकारी विभाग में बदलाव
आबकारी विभाग में जो फेरबदल हुआ है, उसमें सहायक आबकारी अधिकारी एवं निरीक्षकों को इधर से उधर किया गया है। उप निरीक्षक सुयश फौजदार को जिले का उडऩदस्ता प्रभारी बनाया गया है। जिला आबकारी अधिकारी अरविंद सागर ने जो सूची जारी की है, उसके मुताबिक सहायक जिला आबकारी अधिकारी पंजाब राव फोटफोड़े को रैसलपुर इटारसी विदेशी शराब भंडागार एवं सिवनीमालवा वृत नर्मदापुरम ए एवं बी से वृत नर्मदापुरम ए एवं बी में पदस्थ किया है। इसी तरह नरेश प्रताप सिंह को वृत इटारसी शहर-औद्योगिक क्षेत्र खेड़ा से वृत इटारसी शहर-औद्योगिक क्षेत्र एवं वृत सिवनीमालवा, उप निरीक्षक नीलेश पवार को वृत पिपरिया, जिले के उडऩदस्ता प्रभारी व देशी शराब भंडागार सोहागपुर से वृत इटारसी शहर एवं देशी शराब भंडागार सोहागपुर का प्रभार दिया है। राजेश साहू को वृत इटारसी शहर एवं मेसर्स सिमरन इंडस्ट्रीज प्रा. लिमि. खेड़ा इटारसी से सिवनीमालवा वृत, सुयश फौजदार को नर्मदापुरम वृत ए से जिले का उडऩदस्ता प्रभारी बनाकर साथ ही नर्मदापुरम वृत में पदस्थ किया है। हेमंत चौकसे को सिवनीमालवा वृत से पिपरिया वृत भेजा है। यह फेरबदल प्रशासकीय तौर पर राजस्व सुरक्षा एवं अपराध नियंत्रण के मद्देनजर बताया जा रहा है।
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