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बड़ी खबर : 1 रुपए की कीमत बढ़कर हो गई 10 से 15 रुपए!

locationहोशंगाबादPublished: Jan 09, 2018 09:10:39 pm

Submitted by:

sandeep nayak

डाकघर में चस्पा की गई सूचना

Live Indian Rupee RatePrice Value and latest news

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सोहागपुर। एक रुपए में क्या मिलता है, आप सहज ही अंदाज लगा सकते हैं कुछ खास नहीं। लेकिन डाकघर में सैकड़ों लोग इसी एक रुपए की रसीद के लिए परेशान हो रहे हैं। कई बार तो उनके लिए महिनों तक इसके चक्कर लगाना पड़ते हैं। सोहागपुर के डाकघर में एक रुपए वाली रसीदी टिकिट उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन डाकघर के अधिकारी ही इस बात को मान रहे हैं कि बाजार में एक रुपए कीमत वाली रसीदी टिकिट की कालाबाजारी हो रही है तथा यह 10 से 15 रुपए प्रति नग में बेची जा रही है। लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
ग्राम बरुआढाना के किसान नानकराम कुशवाहा ने बताया कि वे तीन दिनों से एक रुपए की रसीदी टिकिट प्राप्त करने के लिए डाकघर के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन जब भी डाकघर जाते हैें तो उन्हें वह सूचना बता दी जाती है, जो डाकघर में विंडो पर चस्पा की गई है, जिसमें लिखा है कि रसीद टिकिट नहीं है। कुशवाहा सहित अन्य किसान अमित मिश्रा, धर्मेंद्र पटेल ने बताया कि किसान के्रडिट कार्ड की सर्च रिपोर्ट में उक्त टिकिट लगाना जरूरी है, लेकिन टिकिट मिल ही नहीं रही है। साथ ही किसानों ने बताया कि बाजार में टिकिट की कालाबाजारी की सूचनाएं जरूर मिली हैं कि एक रुपए की टिकिट 20-20 रुपए तक में दी जा रही है। लेकिन कोई भी व्यक्ति नाम बताने से कतरा रहा है कि आखिर कालाबाजारी हो कहां रही है।
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कहां है समस्या?
डाकघर में चर्चा करने पर अधिकारियों व कर्मचारियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि स्टेट ट्रेजरी अर्थात राज्य कोषालय रसीदी टिकिटों के लिए जिम्मेदार व जवाबदेह होता है। लेकिन वहीं से टिकिट नहीं आ पा रही है। जब भी जिले से टिकिट की मांग की जाती है तो स्टॉक में होने पर दी जाती है। अब सवाल यह बन रहा है कि जब जिले में ही टिकिट का स्टॉक उपलब्ध नहीं है तो फिर कालाबाजारी करने वालों को टिकिट कहां से मिल रही है। कलेक्टर की जिम्मेदारी बनती है कि जिला डाकघर से प्रतिदिन रिलीज होने वाली टिकिटों की संख्या व इनके वितरण की समीक्षा करे। क्योंकि कालाबाजारी होने में कहीं न कहीं प्रशासनिक व्यक्ति की सक्रिय भूमिका नजर आ रही है।
मैं दिखवाता हूं
आपने बताया है तो मैं दिखवाता हूं कि कहां समस्या हो रही है। तय किया जाएगा कि जहां से जितनी भी डिमांड हो, वहां उतनी रैवेन्यू टिकिट्स दी जाएं। यदि कालाबाजारी हो रही है तो इसकी जांच कराई जाएगी।
अविनाश लवानिया, कलेक्टर, होशंगाबाद।
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