कैदियों के सामने कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन से मजदूरी का संकट आ गया। इस कारण जेल अधीक्षक ने इन्हें एक माह का राशन उपलब्ध कराया। जेल अधीक्षक ऊषा राज ने बताया कि खुली जेल होशंगाबाद में 18 बंदी अपने परिवार के साथ मजदूरी का कार्य करते हुए परिवार का भरण पोषण कर जीवन यापन करते है। किंतु वर्तमान में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए 21 दिनो का लॉकडाउन प्रभावी होने के चलते खुली जेल के बंदियो के समक्ष अपने परिवार के भरण पोषण की समस्या उत्पन्न हो गई है। इन परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए महानिदेशक जेल द्वारा खुली जेल में निवासरत बंदियो को एवं उनके परिवारो सहित भरण पोषण हेतु 1 माह का कच्चा राशन देने के निर्देश दिए गए है। उन्होने बताया कि महानिदेशक जेल द्वारा की गई इस पहल का पालन करते हुए खुली जेल के सभी बंदियो को 1 माह का कच्चा राशन प्रदान किया गया है।
जिला आपूर्ति नियंत्रक होशंगाबाद ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण की रोकथाम के लिए लॉकडाउन प्रभावी होने की स्थिति के कारण शासन के निर्देशानुसार बेघर, बेसहारा व्यक्तियो को निशुल्क राशन उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होने बताया कि नगरपालिका द्वारा चिन्हित ऐसे हितग्राहियो को शासकीय उचित मूल्य की दुकानो के विक्रयताओं द्वारा हितग्राहियो के घर जाकर निशुल्क राशन उपलब्ध कराया जा रहा है एवं अनुविभागीय अधिकार राजस्व, मुख्य नगरपालिका अधिकारी एवं कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियो द्वारा समक्ष में पात्र हितग्राहियो को निशुल्क राशन वितरित किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि शासन के निर्देशानुसार पात्र परिवारो के प्रति सदस्य 5 कि.ग्रा. (गेहूं + चावल) निशुल्क खाद्यान्न का वितरण संपूर्ण जिले में किया जा रहा है।