नगर पालिका प्रशासन के अनुसार लॉकडाउन के चलते नपा द्वारा की जाने वाली पानी सप्लाई की दैनिक खपत में 10 से 20 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। सबसे ज्यादा गिरावट अप्रैल में दर्ज की गई, पूर्ण लॉकडाउन रहा था। वहीं लॉक डाउन खुलने से फिर उतनी ही खपत में वृद्धि दर्ज की गई।
गर्मी से बढ़ी खपत अधिकारियों की मानें तो एकदम सटीक खपत का आंकलन कर पाना मुश्किल है। क्योंकि बहुत घरों में ट्यूब बेल से पानी की सप्लाई होती है। फिर भी अमृत योजना के तहत होने वाली सप्लाई और नपा के द्वारा की जाने वाली सप्लाई से खपत में बदलाव का अनुमान लगाया गया है।
ऐसी रही पानी की खपत
ऐसी रही पानी की खपत
माह पानी की खपत
अप्रैल 90-100 एलएलडी मई 100-110 एलएलडी
वर्तमान में 120-130 एलएलडी इनका कहना है… अप्रैल में लॉकडाउन रहा। इस वजह से पानी की खपत में गिरावट हुई है। अब लॉकडाउन खुल गया है और गर्मी भी पड़ रही है इस वजह से खपत भी बढ़ गई है।
आरसी शुक्ला, एई, नपा
अप्रैल 90-100 एलएलडी मई 100-110 एलएलडी
वर्तमान में 120-130 एलएलडी इनका कहना है… अप्रैल में लॉकडाउन रहा। इस वजह से पानी की खपत में गिरावट हुई है। अब लॉकडाउन खुल गया है और गर्मी भी पड़ रही है इस वजह से खपत भी बढ़ गई है।
आरसी शुक्ला, एई, नपा
इटारसी: रोज 120 की बजाय 80 एमएलडी हो रही खपत। इटारसी. लॉकडाउन के कारण 25 मई तक शहर में पिछले सालों की तुलना में पानी की खपत 40 फीसदी घट गई है। इस कारण अब तक गंभीर जलसंकट की स्थिति नहीं बनी है। शहर में रोजाना 120 एमएलडी की तुलना में 80 एमएलडी ही पानी की खपत हो पाई है। इटारसी नपा क्षेत्र की आबादी करीब सवा लाख है। यहां लगभग दो हजार लोगों के पास निजी बोर हैं। बाकी सभी नपा पर निर्भर हैं। नपा अधिकारियों का मानना है कि हर साल शहर में अप्रैल से जून तक जलसंकट रहता है। पानी के लिए मारामारी रहती है। लेकिन इस बार ऐसी स्थिति नहीं बनी।
लॉकडाउन ने रोकी पानी की बर्बादी
अधिकारियों का मानना है, लॉकडाउन 22 मार्च से लगातार जारी है। इस कारण शहर के छोटे- बड़े 1000 होटले, ऑटो सर्विस सेंटर, चाय- चाट ठेले पूरी तरह बंद रहे। इसके कारण पानी की खपत में कमी आ गई।
अधिकारियों का मानना है, लॉकडाउन 22 मार्च से लगातार जारी है। इस कारण शहर के छोटे- बड़े 1000 होटले, ऑटो सर्विस सेंटर, चाय- चाट ठेले पूरी तरह बंद रहे। इसके कारण पानी की खपत में कमी आ गई।
नपा को भी फायदा…एक दर्जन की जगह दो टैंकर शहर में पिछले साल तक नपा हर दिन अप्रैल से 15 जून तक एक दर्जन टैंकरों से सप्लाई करती थी। इस पर लगभग 15 से 20 लाख रुपए का खर्च आता है। इस बार सिर्फ दो अतिरिक्त टैंकर सप्लाई के लिए रखे हैं।
फैक्ट फ़ाइल
प्रतिदिन प्रति व्यक्ति पानी की खपत -150 लीटर शहर की कुल आबादी लगभग -1.25 लाख
22 मार्च तक प्रतिदिन खपत -120 एमएलडी अप्रैल- 25 मई तक खपत – 80 एमएलडी रोजाना
शहर में पानी की कुल टंकियां – 09
प्रतिदिन प्रति व्यक्ति पानी की खपत -150 लीटर शहर की कुल आबादी लगभग -1.25 लाख
22 मार्च तक प्रतिदिन खपत -120 एमएलडी अप्रैल- 25 मई तक खपत – 80 एमएलडी रोजाना
शहर में पानी की कुल टंकियां – 09
लोगों के घरों पर निजी बोर अनुमानित – 2000
(स्त्रोत : नपा ) वर्जन शहर में लॉकडाउन के कारण उद्योग, होटल और ऑटो सर्विस सेंटर व्यवसाय बंद होने से पानी की खपत 40 फीसदी घट गयी है। जल संकट की शिकायतें नहीं आई है।
– आदित्य सिंह, सहायक अभियंता, नगर पालिका इटारसी।
(स्त्रोत : नपा ) वर्जन शहर में लॉकडाउन के कारण उद्योग, होटल और ऑटो सर्विस सेंटर व्यवसाय बंद होने से पानी की खपत 40 फीसदी घट गयी है। जल संकट की शिकायतें नहीं आई है।
– आदित्य सिंह, सहायक अभियंता, नगर पालिका इटारसी।
सोहागपुर : पानी की मांग घटी तो बढ़ा दी सप्लाई
उपयंत्री रामगोपाल चौबे के अनुसार लॉकडाउन में बाजार, होटलें बंद थीं, सार्वजनिक उपयोग के स्थानों पर आवाजाही नहीं थी, इसलिए पानी की मांग कम होने के कारण सप्लाई का समय बढ़ा दिया गया है। ताकि लोगों को अधिक पानी मिले। लॉकडाउन 4 में बाजार खुलने और तीखी गर्मी होते ही सप्लाई का समय कम किया है। ताकि मांग को पूरा किया जा सके।
उपयंत्री रामगोपाल चौबे के अनुसार लॉकडाउन में बाजार, होटलें बंद थीं, सार्वजनिक उपयोग के स्थानों पर आवाजाही नहीं थी, इसलिए पानी की मांग कम होने के कारण सप्लाई का समय बढ़ा दिया गया है। ताकि लोगों को अधिक पानी मिले। लॉकडाउन 4 में बाजार खुलने और तीखी गर्मी होते ही सप्लाई का समय कम किया है। ताकि मांग को पूरा किया जा सके।
पिपरिया : नगर में रोजाना 6.6 एमएलडी पानी सप्लाई पिपरिया. जल प्रदाय शाखा के अरूण राजपूत के अनुसार अप्रैल में पूरे नगर को 6.6 एमएलडी पानी दिया जा रहा था, यही आंकड़ा मई में भी जारी है। नगर के 21 वार्डों में करीब 6500 नल कनेक्शन हैं, इसमें महज पांच व्यवसायिक कनेक्शन हैं। 02 बैंक में 01 ओवर ब्रिज निर्माण के लिए दिया गया अस्थाई कनेक्शन है। बैक खुले है वही निर्माण कार्य बंद है। अधिकांश नल कनेक्शन घरेलू है। पानी की सप्लाई के लिए दो वाटर हैड टैंक है 28 नलकूप है, जिससे निचली बस्तियों में भी पानी प्रेशर के साथ पहुंच रहा है।