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विरोध में दूसरे दिन बंद रही मंडी, लाखों का नुकसान

locationहोशंगाबादPublished: Jun 23, 2018 06:15:04 pm

Submitted by:

govind chouhan

नई नीति से व्यापारी आत्महत्या को होगा मजबूर, ग्रेन, सीड एवं दाल मर्चेंट एसोसिएशन की बैठक आयोजित कर सीएम के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

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विरोध में दूसरे दिन बंद रही मंडी, लाखों का नुकसान

पिपरिया. ग्रेन, सीड एवं दाल मर्चेंट एसोसिएशन की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही। व्यापारिक की खरीदी बंद रहने से मंडी शेड सूने रहे। मंडी को हड़ताल के चलते लाखों का नुकसान उठाना पड़ा, वहीं किसानों की उपज नहीं बिकने से वे परेशान रहे। एसोसिएशन ने व्यापार में शासन की नई नीतियों से आ रही परेशानियों को लेकर मंगलवारा धर्मशाला में बैठक आयोजित कर सीएम के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। एसोसिएशन की बैठक में पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश सरकार सबकी पंचायत बुला रही है, लेकिन बिना वेतन के सेवाएं दे रहे व्यापारी वर्ग की परेशानी नही सुन रही। नई खरीदी नीति से व्यापारियों को व्यापार करना मुश्किल हो गया है, इसमें सुधार नही होने पर व्यापारी भी आने वाले दिनों में किसानों की तरह आत्महत्या को मजबूर होंगे। पदाधिकारियों ने कहा नई नीतियों को लागू कराने प्रदेश के अधिकारी ऐसा वातावरण बना रहे हैं कि व्यापारी प्रदेश सरकार के खिलाफ हो जाएं सरकार को यह समझना चाहिए। बैठक में अध्यक्ष देवेन्द्र सिंह पटेल, सचिव महेश लोया सहित शहर के व्यापारियों ने सरकार की व्यापारियों के प्रति विसंगतियों को रखा और एकजुट होकर इसका मुखर विरोध करने का निर्णय लिया। बैठक में अनुविभागीय अधिकारी मदन सिंह रघुवंशी को सीएम के नाम एसोसिएशन ने ज्ञापन सौंपा।
01 जुलाई से बड़े स्तर पर होगा आंदोलन
एसोसिएशन ने स्पष्ट किया है कि अभी प्रतीकात्मक रुप से तीन दिन हड़ताल कर विरोध जताया है इस पर सरकार ने विचार नही किया तो आगामी १ जुलाई महासंघ अगली रणनीति तय कर आंदोलन को विस्तार देगा इसकी जवाबदारी सरकार की होगी।

हजारों क्विंटल आवक रुकी
मंडी उप निरीक्षक हल्केवीर उइके के अनुसार हड़ताल से पहले ५ से ६ हजार क्विंटल उपज की आवक थी इससे प्रतिदिन ४ से ५ लाख का राजस्व मंडी को मिलता था। तीन दिन की हड़ताल से करीब १५ लाख राजस्व का नुकसान मंडी को होगा। वही सैकड़ों किसान परेशान हैं।

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