यह बोरे बाबई और सेमरी के बीच स्टेट हाइवे किनारे नाले में मिले हैं। इन मिल्क पावडर के पैकेटों को बच्चों को बांटा ही नहीं गया। पैकेट सडऩे के कारण बदबू दे रहे थे। जिस कारण यहां से लोगों का निकलना भी मुहाल हो गया था। मामला सामने आते ही विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया। कलेक्टर प्रियंका दास के निर्देश पर जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा ने समूचे मामले की जांच के लिए टीम गठित की है। इस तरह लापरवाही सामने आने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर कैसे कुपोषण मुक्त शहर बन सकेगा। इसकी चर्चा भी दिनभर शहर में होती रही।
इधर, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने नींबू, गुड ़का शरबत पिलाकर बताया महत्व
एकीकृत बाल विकास परियोजना हरदा शहरी सेक्टर क्रमांक दो के वार्ड १६ के आंगनबाड़ी केंद्र ३० में मंगलवार को राष्ट्रीय पोषण माह मनाया गया। इस मौके पर पर्यवेक्षक रेखा गौर ने किशोरी बालिकाओं को संतुलित पौष्टिक आहार के बारे में बताया। उन्होंने गुड़ और नींबू का शरबत पिलाकर किशोरियों को महत्व समझाया। गौर ने कहा कि आयरन के साथ विटामिन सी मिलाने से उसका अवशोषण गुणकारी हो जाता है। हीमोग्लोबिन की मात्रा उच्चस्तर से बढ़ती है। बालिकाओं को खान-पान टीकाकरण शिक्षा के बारे में जानकारी दी।कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शोभा ठाटे, सुनीता रोकड़े आदि महिलाएं मौजूद थीं।
एकीकृत बाल विकास परियोजना हरदा शहरी सेक्टर क्रमांक दो के वार्ड १६ के आंगनबाड़ी केंद्र ३० में मंगलवार को राष्ट्रीय पोषण माह मनाया गया। इस मौके पर पर्यवेक्षक रेखा गौर ने किशोरी बालिकाओं को संतुलित पौष्टिक आहार के बारे में बताया। उन्होंने गुड़ और नींबू का शरबत पिलाकर किशोरियों को महत्व समझाया। गौर ने कहा कि आयरन के साथ विटामिन सी मिलाने से उसका अवशोषण गुणकारी हो जाता है। हीमोग्लोबिन की मात्रा उच्चस्तर से बढ़ती है। बालिकाओं को खान-पान टीकाकरण शिक्षा के बारे में जानकारी दी।कार्यक्रम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता शोभा ठाटे, सुनीता रोकड़े आदि महिलाएं मौजूद थीं।
महिलाओं को दी जानकारी
खिरकिया/ छीपाबड. आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 14 एवं 15 मे स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमे बीएमओ डॉ. आरके विश्वकर्मा द्वारा गर्भवती महिलाओं को समझाइश दी गई। साथ ही हाईरिस्क महिलाओ की जांचकर उपचार भी किया गया। स्वास्थ्य शिविर मे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं महिलाएं मौजूद थी।
खिरकिया/ छीपाबड. आंगनवाड़ी केन्द्र क्रमांक 14 एवं 15 मे स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। जिसमे बीएमओ डॉ. आरके विश्वकर्मा द्वारा गर्भवती महिलाओं को समझाइश दी गई। साथ ही हाईरिस्क महिलाओ की जांचकर उपचार भी किया गया। स्वास्थ्य शिविर मे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका एवं महिलाएं मौजूद थी।