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वृद्धाश्रम को नोटिस देने पर विधायक और एसडीएम आमने-सामने, जानें विधायक ने क्या कहा

locationहोशंगाबादPublished: Jan 05, 2020 11:52:30 am

Submitted by:

krishna rajput

विधायक की फिसली जुबान…कहा एसडीएम को कानून की समझ नहीं, एसडीएम बोले जो जैसा होता है उसको वैसा ही दिखता है

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इटारसी/पुरानी इटारसी सनखेड़ा नाका क्षेत्र में अतिक्रमण कर बनाए गए वृद्धाश्रम को नोटिस देने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। एक बार फिर विधायक और एसडीएम आमने-सामने आ गए हैं। शनिवार को वृद्धाश्रम के बचाव में पहुंचे विधायक डा. सीतासरन शर्मा बोले- पहले एसडीएम हरेंद्र नारायण लोक निर्माण विभाग की जमीन पर बनीं कांग्रेस नेता की दुकान तोड़े इसके बाद वृद्धाश्रम। ज्ञात रहे कि इससे पहले भी एसडीएम और विधायक के बीच विवाद हो चुके हैं।
डा. शर्मा ने कहा कि वृद्धाश्रम के संचालक रामशंकर मेहतो के पिता के नाम पट्टा था जो निरस्त कर दिया गया था। बाद में रामशंकर ने पट्टा उनके नाम स्थानांतरण करने के लिए एसडीएम के समक्ष अपील की थी। मामले में 2013 में स्टे मिला है। जब स्टे आर्डर है तो अतिक्रमण कैसा। डा. शर्मा ने महिला वृद्धाश्रम में रह रहीं वृद्ध महिलाओं से चर्चा की। महिलाओं से पूछा की वह जाना चाहतीं है की नहीं। महिलाओं ने यहां से जाने के लिए मना कर दिया।
ठंड से वृद्धाश्रम में नहीं थे बुजुर्गों को बचाने के इंतजाम-
वृद्ध महिलाओं को ठंड में रखा जा रहा था। सामाजिक न्याय विभाग के अधिकारियों के साथ निरीक्षण किया गया। इसके साथ ही सरकारी अस्पताल के दो चिकित्सकों से महिलाओं का चैकअप भी कराया गया था। चिकित्सकों का कहना था कि वृद्धों को ऐसी ठंड में यहां नहीं रखा जाना चाहिए। अब सामाजिक न्याय विभाग इन वृद्ध महिलाओं को शिफ्ट कराएगा।
आमने-सामने…विधायक शर्मा की फिसली जुबान…
वृद्धाश्रम के पक्ष में आए विधायक डा. शर्मा की जुबान फिसल गई। उन्होंने एसडीएम को निकम्मा और नालायक तक कह दिया। विधायक ने कहा- एसडीएम को कानून की समझ नहीं है। रमेश बामने (जिला कांग्रेस कार्यकारी अध्यक्ष) की दुकान पीडब्ल्यूडी की सड़क पर अतिक्रमण में है। जिसे एक बार तोड़ा भी जा चुका है। इसमें शराब दुकान चलाई जा रही है। मतलब सरकारी जमीन पर शराब की दुकान चलाओ लेकिन वृद्धाश्रम नहीं। यह है यहां का एसडीएम, यहां का प्रशासन। डा. शर्मा ने कहा कि बामने ने बूढ़ी माता मंदिर रोड पर कब्जा किया है। जिसे कलेक्टर व एसडीएम ने अवैध घोषित किया। इसके अलावा जितेंद्र राजवंशी ने चांडूमल और साहू की जमीन पर कब्जा कर रखा है। एसडीएम इनका कब्जा नहीं हटा रहे हैं।
एसडीएम बोले…अतिक्रमण नहीं हटाया तो भेजेंगे जेल
डा. शर्मा के बयान पर एसडीएम हरेंद्र नारायण ने पलटवार करते हुए कहा जो जैसा होता है उसको वैसा ही दिखता है। एसडीएम ने कहा सरकारी जमीन पर रामशंकर मेहतो का अवैध कब्जा था। 23 जुलाई 2013 को कब्जा अवैध घोषित कर अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। डेढ़ लाख रुपए जुर्माना भी किया था। अतिक्रमण नहीं हटाने पर प्रतिदिन 2 हजार रुपए जुर्माने लगाने के आदेश भी दिए थे। इसके बाद एसडीएम के समक्ष पट्टा नवीनीकरण की अपील की गई थी जो 4 जुलाई 2017 को खारिज हो चुकी है तो स्टे कहां से आया। अतिक्रमण हटाने के आदेश हो चुके हैं। सिविल जेल का वारंट भी जारी किया गया है। अतिक्रमण नहीं हटाया तो जेल भेजेंगे और जुर्माना पैनाल्टी के साथ वसूलेंगे। जिस कांगे्रस नेता के कब्जे की बात कहीं जा रही है, उस शिकायत की जांच कराई जा चुकी है। कुछ भी नहीं पाया गया। जांच की मांग की गई तो फि र से जांच करा लेंगे।

यह स्थिति है वृद्धाश्रम की…
वृद्धाश्रम 5 हजार स्क्वेयर फ ीट में बना है। यह सरकारी जमीन है। इसमें दो रूम हैं। एक रूम में गोदाम बना हुआ है। एक रूम में ऑफि स है। एक शेड हैं जो पॉलीथिन से कवर करके रखा गया है। इसमें वृद्ध महिलाओं को रखा जाता है।
बुजुर्ग बोले…हमें कोई परेशानी नहीं
वृद्धाश्रम में रहने वाली मनोरमा बाई ने कहा कि हमें यहां कोई तकलीफ नहीं है। खाना मिलता है। यहां से हटाएंगे तो कहां जाएंगे। मि_ूलाल बोले मनोरोगी पुत्री के साथ यहां रह रहा हूं। हमें समय से खाना मिलता है, कोई दिक्कत नहीं है।
इनका कहना है…
पट्टा था लेकिन प्रशासन ने निरस्त कर दिया। प्रशासन से मोहलत मांगी है, जमीन खाली कर देंगे। वृद्धाश्रम में 15 महिलाएं रह रही हैं।
-रामशंकर मेहतो, संचालक वृद्धाश्रम।
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